खनन के खिलाफ ग्रामीण मुखर, मौके पर गाड़ा तंबू; मर जाएंगे लेकिन नहीं होने देंगे खनन

खनन के खिलाफ ग्रामीण मुखर, मौके पर गाड़ा तंबू; मर जाएंगे लेकिन नहीं होने देंगे खनन…Villagers vocal against mining, tents buried on the spot; Will die but will not allow mining
नई टिहरी, ब्यूरो। खनन का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने मौके पर मुखर होते हुए अपने तंबू गाड़ दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार जब तक अपनी पोकलैंड मशीन नहीं हटाया तब तक वह यही रहेंगे। मामला टिहरी जनपद के प्रतापनगर विकासखंड के ग्राम पंचायत भरपूर स्यालगी का है जहां कई दिनों से ग्रामीण खनन का विरोध कर रहे हैं ग्रामीणों के विरोध के बावजूद खनन ठेकेदार जबरदस्ती पोकलैंड से नदी में जाने का रास्ता बना दिया है, जिसके बाद ग्रामीणों ने डीएम टिहरी से मिलकर इस बाबत शिकायत भी की। डीएम ने भी ग्रामीणों को मामले का संज्ञान लेते हुए जांच कर समाधान का आश्वासन दिया। बावजूद इसके ठेकेदार जबरदस्ती पोकलैंड को नदी में उतारने का प्रयास कर रहा हैं। ऐसे में ग्रामीणों को मजबूरन मौके पर तंबू गाड़ना पड़ा और ग्रामीणों ने फैसला लिया कि अब वह लगातार मौके पर तंबू गाड़ कर रहेंगे और यहीं पर खाना पीना बनाएंगे और खाएंगे।
खनन के खिलाफ ग्रामीण मुखर, मौके पर गाड़ा तंबू; मर जाएंगे लेकिन नहीं होने देंगे खनन…Villagers vocal against mining, tents buried on the spot; Will die but will not allow mining
जब तक खनन कर रहे ठेकेदार ने अपना पोकलेंड यहां से नहीं हटाया तब तक ग्रामीण मौके पर तंबू डालकर डटे रहेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि वह तब तक यहां से नहीं हटेंगे जब तक ठेकेदार यहां खनन करना बंद नहीं कर देता और अगर ठेकेदार ने जबरदस्ती की तो वह पोकलेंड के आगे लेट जाएंगे और कहा कि हमारी छाती के ऊपर जेसीबी को चलाकर खनन करें।