5000 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र होंगे उच्चीकृत, भारत सरकार को भेजा जा रहा प्रस्ताव: रेखा आर्या
5000 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र होंगे उच्चीकृत, भारत सरकार को भेजा जा रहा प्रस्ताव: रेखा आर्या
राज्य में हो रहा है 5 हजार से अधिक मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों का सफल संचालन-रेखा आर्या
मिनी आंगनबाड़ी केंद्र के उच्चीकृत होने से बढ़ेगा आंगनबाड़ी कार्यकर्ती का मानदेय-रेखा आर्या
देहरादून, ब्यूरो। प्रदेश में संचालित मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को जल्द उच्चीकृत किया जाएगा।महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में राज्य में 5120 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं जिन्हें पूर्ण आंगनबाड़ी केंद्रों के रूप में स्वीकृत करने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जा रहा है।
माननीया मंत्री महोदया जी ने कहा कि 150-300 की जनसंख्या पर मिनी आंगनबाड़ी और 400 से 800 की जनसंख्या पर पूर्ण आंगनबाड़ी केंद्र खोले जाने का प्रावधान है।इसी के तहत अब ऐसे मिनी आंगनबाड़ी केंद्र जो पूर्ण आंगनबाड़ी केंद्र के मानक (400 से 800 की जनसंख्या) को पूरा करते हैं उन्हें उच्चीकृत किये जाने का निर्णय लिया गया है। मंत्री महोदया जी ने कहा कि इस संबंध में भारत सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा जा रहा है।मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों के उच्चीकृत हो जाने से आंगनबाड़ी कार्यकर्तीयों को कार्य करने में सहूलियत मिलेगी।
माननीया मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने साथ ही कहा कि मिनी आंगनबाड़ी केंद्र जब पूर्ण आंगनबाड़ी केंद्रों के रूप में स्वीकृत कर लिए जाएंगे तो इससे आंगनबाड़ी कार्यकर्तीयों के मानदेय में बढ़ोतरी के साथ ही उनका मनोबल भी बढ़ेगा। साथ ही उस ग्राम सभा को अधिक से अधिक बच्चो , गर्भवती महिलाओ को भी इसका लाभ मिलेगा । माननीया मंत्री महोदया ने कहा कि लगातार जनप्रतिनिधियों और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्तीयों की तरफ से यह मांग की जा रही थी कि जनसंख्या बढ़ने के साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की संख्या भी बढ़ी है ऐसे में मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को उच्चीकृत किया जाए,इसलिए विभाग द्वारा ऐसे प्रस्ताव सभी जनपदों से मंगाए गए हैं और जल्द ही इस प्रस्ताव को भारत सरकार को भेजा जाएगा।