“सदैव कक्षा में प्रथम और गांधी जी के अनन्य सहयोगी रहे विलक्षण प्रतिभा के धनी गोविंद बल्लभ पंत”
सदैव कक्षा में प्रथम और गांधी जी के अनन्य सहयोगी रहे विलक्षण प्रतिभा के धनी गोविंद बल्लभ पंत
देहरादून, ब्यूरो। हरेला पर्व के शुभ अवसर पर भारतीय शिक्षण मंडल उत्तराखंड प्रांत के द्वारा गोविंद बल्लभ पंत जी को समर्पित नए मंडल का शुभारंभ किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रोफेसर मनोज दीक्षित उपस्थित रहे। अध्यक्ष महोदय ने अपने उद्बोधन में पंत जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा की पंत जी सदैव कक्षा में प्रथम रहे तथा वह गांधी जी के अनन्य सहयोगी बने रहे एक प्रखर वकील के रूप में पंत जी ने ख्याति प्राप्त की थी, वह विलक्षण प्रतिभा के धनी थे तथा हिंदी भाषा के प्रयोग पर विशेष बल दिया करते थे।
साथ ही साथ भारतीय शिक्षण मंडल के द्वारा संचालित तमाम गतिविधियों और कार्य विभागों के बारे में सदस्यों को अवगत कराते हुए कहा की राष्ट्रीय पुनरुत्थान के लिए तथा शिक्षा में भारतीयता को पुनर्स्थापित करने के लिए भारतीय शिक्षण मंडल अपने प्रकल्प विभाग और आयामों के साथ निरंतर कार्य कर रही है, तथा वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में भारतीयता को समावेश करने हेतु कटिबद्ध है। कार्यक्रम का संचालन महेश मनचंदा के द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन विकास जोशी जी ने की।
कार्यक्रम में दून विश्वविद्यालय कि कुलपति- सुरेखा डंगवाल, सह प्रांत मंत्री- गगन मट्टा, प्रांत संपर्क प्रमुख- संकर्षण मिश्र, विश्वविद्यालय ईकाई प्रमुख- रीनू रानी मिश्रा, प्रांत विस्तारक- अक्षुण्ण गायकवाड, बबीता सिंह, विकास जोशी, अनन्या, देव ऋषि चौहान, ललित मोहन पंत, किरण सिंह, स्वामी एस. चंद्रा के साथ ही बहुत से सद्स्यों की गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ।