वाह रे सरकारी तंत्र! डिजिटल दौर में एक माह बाद दो दिन बाद पिथौरागढ़ से मुनस्यारी पहुंचा DM का आदेश
मुनस्यारी, ब्यूरो। वाह रे! सरकारी तंत्र जिला अधिकारी डा. आशीष चौहान का आदेश एक माह दो दिन बाद पिथौरागढ़ से मुनस्यारी पहुंचा। तब तक बिना प्रतिस्थानी के दर्जनों शिक्षकों को कार्यमुक्त कर दिया गया है। डिजिटल इंडिया में सरकारी विभागों के इस हाल पर पंचायत प्रतिनिधियों ने कड़ी आपत्ति जताई।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने 25 जून को जिला अधिकारी को पिथौरागढ़ में मुलाकात कर पत्र दिया था कि बिना प्रतिस्थानी के एक भी शिक्षक को कार्यमुक्त नहीं किया जाय। इस पत्र पर जिला अधिकारी द्वारा दिए गए आदेश की प्रति मुख्य शिक्षा अधिकारी पिथौरागढ़ के कार्यलय से होते हुए 27 जुलाई को यहां पहुंचा। खंड शिक्षा अधिकारी हेम चन्द्र कश्यप ने विकास खंड के प्राथमिक, जूनियर, हाईस्कूल तथा इंटर कालेजों के विभागाध्यक्षों को पत्र लिखकर बिना प्रतिस्थानी के कार्यमुक्त नहीं करने पर विधिक कार्यवाही करने का आदेश जारी किया।
खंड शिक्षा अधिकारी के आदेश की प्रति मिलने पर जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आश्चर्य व्यक्त किया। कहा कि अब जब सभी एक दर्जन से अधिक महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों को कार्यमुक्त कर दिया है तब इस आदेश का कोई औचित्य नहीं रह गया है।
उन्होंने कहा कि जिला अधिकारी पिथौरागढ़ के आदेश को जानबूझकर मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में दबा कर रखा गया है। जब स्थानांतरित शिक्षकों को कार्यमुक्त होने दिया गया तब जाकर आदेश को बाहर निकाला गया।
जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया ने कहा कि वह नैनीताल तथा देहरादून जाकर मुनस्यारी तथा धारचूला में शिक्षकों के रिक्त पदों तथा इस बीच हुए जनहित, आवेदन तथा अनिवार्य के नाम पर हुए स्थानांतरण का मामला पुरजोर ढंग से उठायेंगे। कहा कि रिक्त पदों पर भर्ती नहीं हुई तो जनता को साथ में लेकर जोरदार ढंग से आंदोलन करेंगे।