दाखिला खारिज करवाने के एवज में ₹3000 रिश्वत ले रहा पेशकार कलक्ट्रेट से रंगे हाथ गिरफ्तार
हल्द्वानी, ब्यूरो। उत्तराखंड विजिलेंस ने एक और घूसखोर सरकारी कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ कलेक्ट्रेट परिसर से ही गिरफ्तार किया है। आरोपी कर्मचारी खटीमा निवासी एक व्यक्ति की पत्नी का नाम दाखिला खारिज दस्तावेज में दर्ज करवाने के एवज में ₹3000 की रिश्वत ले रहा था। पीड़ित व्यक्ति ने हल्द्वानी विजिलेंस को इस संबंध में जानकारी देने के साथ ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई थी। इसके बाद हल्द्वानी से पहुंची विजिलेंस ने आज बुधवार को रुद्रपुर कलक्ट्रेट परिसर में चकबंदी अधिकारी सुभाष गुप्ता के पेशकार आनंद चंद को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। विजिलेंस की टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है। इससे पहले भी हल्द्वानी विजिलेंस की टीम राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को रिश्वत लेने पर सलाखों के पीछे डाल चुकी है। विजिलेंस को कई दिन से शिकायत आ रही थी कि कलेक्ट्रेट परिसर रुद्रपुर के चकबंदी अधिकारी का एक कर्मी दस्तावेजों पर नाम चढ़ाने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा है। विजिलेंस की टीम ने चकबंदी अधिकारी सुभाष गुप्ता के ऑफिस में जाल बिछा कर आरोपी को रंगे हाथों ₹3000 की रिश्वत लेते हुए दबोच लिया।
विजिलेंस का भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान जारी है। बुधवार को हल्द्वानी विजीलेंस ने रुद्रपुर जिला कलक्ट्रेट परिसर में चकबंदी अधिकारी सुभाष गुप्ता के पेशकार आनंद को रेंज हाथों रिश्वत गिरफ्तार किया। इससे विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। इस संबंध में एसपी विजिलेंस प्रह्लाद मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि हल्द्वानी विजिलेंस कार्यालय को खटीमा निवासी नईम खान ने शिकायत देते हुए बताया कि उसने अपनी पत्नी के नाम से एक जमीन खटीमा में खरीदी थी। इससका दाखिल खारिज दस्तावेज पर नाम दर्ज करने के एवज में चकबंदी अधिकारी का पेशकार आनंद चंद की ₹3000 रिश्वत मांग रहा है। इसके बाद आज बुधवार को हल्द्वानी से पहुंची विजिलेंस की टीम ने पेशकार को पकड़ने के लिए टीम का गठन किया। रुद्रपुर कलक्ट्रेट परिसर में चकबंदी अधिकारी सुभाष गुप्ता के पेशकार को विजिलेंस ने जाल बिछाकर अरेस्ट कर लिया। आरोपी को कोर्ट में पेश कर सलाखों के पीछे डाला जा रहा है।