- काली नदी बनी “काल”: धारचूला के खटोली गाँव में फंसी महिला जिंदा दफन, कई घर जमींदोज
- पिथौरागढ़ के धारचूला के पास काली नदी का जलस्तर बढ़ने के कई मकान डूबे, कई बहे
- काली नदी का जल स्तर बढ़ने से ब्यास नगर खटोली गाँव में 1 घर में फंसी महिला का शव SDRF ने ऐसे निकाला
काली नदी बनी “काल”: उत्तराखंड में लगातार आपदा और अतिवृष्टि के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो रहे हैं। आज सुबह तड़के 3:35 बजे काली नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण कई गांव में लोगों के घरों में पानी घुस गया जबकि कुछ घर तो भरभरा कर गिर भी गए। इस दौरान कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। अतिवृष्टि के कारण स्थान पर आई काली नदी के बाद आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे इन हालातों में लापता हुई एक महिला का शव भी रेस्क्यू के बाद एसडीआरएफ की टीम ने बरामद कर लिया गया है।
काली नदी बनी “काल”: तड़के कंट्रोल रूम से SDRF टीम को मिली जानकारी
आज 10.09.2022 तड़के 03:35 बजे पिथौरागढ़ कंट्रोल रूम ने SDRF टीम को सूचना प्राप्त हुई कि धारचूला में काली नदी का जल स्तर बढ़ने से ब्यास नगर खटोली गाँव में आसपास के कई मकान इसकी जद में आ गए है। पानी की चपेट में आये मकान में एक महिला के होने की आशंका भी जताई गई।
काली नदी बनी “काल”: यह सूचना प्राप्त होते ही SDRF टीम उप निरीक्षक देवेन्द्र कुमार के हमराह मय रेस्क्यू उपकरणों के घटनास्थल के लिए रवाना हुई व घटनास्थल पर पहुँचकर देखा गया कि काली नदी का पानी नदी से लगे घरों में घुस गया जिसमे 12 से 14 लोगो के घर पानी में डूब गये है।
काली नदी बनी “काल”: महिला पशुपति देवी का शव ऐसे ढूंढा
SDRF रेस्क्यू टीम द्वारा घटनास्थल पर सर्चिंग करते हुए डूबी हुई महिला पशुपति देवी उम्र -65 वर्ष पत्नी मान बहादुर का शव बरामद कर सिविल पुलिस के सुपर्द किया। रेस्क्यू टीम में उप निरीक्षक देवेन्द्र कुमार, आरक्षी हरपाल सिंह, हरीश चंद्र पाण्डेय, प्रमोद मठपाल, रणजीत सिंह और चालक जीवन मौजूद थे।
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