देहरादून: उत्तराखंड में बारिश के बाद कई तरह की मुश्किलें बढ़ रही हैं। कहीं, पहाड़ टूट रहे हैं तो कहीं मार्ग धंस रहे हैं तो कहीं नदी में रोड और खेत और मकान भी आ रहे हैं। ऐसा ही एक हादसा 27 अगस्त को जब रानीपोखरी में जाखन नदी पर बना पुल भर-भराकर गिर गया था। ऋषिकेश और रानीपोखरी का राजधानी से संपर्क टूट गया था। इसके बाद लोनिवि और एनएच के इंजीनियर यहां वैकल्पिक मार्ग बनाने में जुट गए। दो दिन बाद ही रानीपोखरी का वैकल्पिक रोड भी जाखन नदी में बहा गया। अब ऋषिकेश और देहरादून के बीच सिर्फ नेपालीफार्म और भानियावाला के जरिये जाया जा सकता है।
वहीं, इस संबंध में लोक निर्माण विभाग ऋषिकेश के सहायक अभियंता आरसी कैलखुरा ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण जाखन नदी में अचानक जल स्तर बढ़ गया। सूचना के बाद टीम मौके पर भेजी गई। टीम ने पाया कि वैकल्पिक मार्ग का करीब 300 मीटर हिस्सा नदी के ऊपर नया बनाया गया था। जिसमें लगभग पूरा ही वैकल्पिक मार्ग नदी के ऊपरी क्षेत्र से बाढ़ में बह गया है। वैकल्पिक मार्ग अभी आरबीएम से आधार बनाया गया था। इस मार्ग का डामरीकरण कुछ दिनों में होना था। वहीं, डामरीकरण से पहले ही यह रोड पानी में समा गई। अब ऋषिकेश और रानीपोखरी क्षेत्र के लोगों को घूमकर जाना होगा। वहीं, राजधानी से भी भानियावाला-नेपाली फार्म होते हुए ऋषिकेश जाना पड़ेगा। कहीं न कहीं पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश कहर बनकर टूट रही है।
एक दिन पहले ही टिहरी के चम्बा में रोड पर मलबा आने से स्कूट सवार बाल-बाल बचा था। साथ ही मलबे के बोल्डरों से वाहन और एक झोपड़ी भी टूट गई थी। दूसरी ओर मौसम विभाग ने अगले तीन तक भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।