औद्योगिक क्षेत्रों के विकास से स्वतः ही बढ़ जाते हैं रोजगार के अवसर : पांडेय
हरिद्वारः भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मनाये जा रहे ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ के अन्तर्गत वाणिज्य विभाग भारत सरकार द्वारा दिनांक 20 से 26 सितम्बर 2021 तक ‘‘वाणिज्यिक सप्ताह’’ मनाया जा रहा है। इस कड़ी में आज आर्थिक विकास, निर्यात व उसकी सम्भावनाओं आदि पर आधारित मेगा एक्सपोटर्स कॉनक्लेव का आयोजन जनपद हरिद्वार में होटल एमब्रोसिया सरोवर पोर्टिको में किया गया।
जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पाण्डेय ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पाण्डेय ने उद्योग बन्धुओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब औद्योगिक क्षेत्रों का विकास होता है तो रोजगार के अवसर स्वतः ही बढ़ जाते हैं। उन्होंने निर्यात का जिक्र करते हुए कहा कि जितना ज्यादा हम निर्यात करंगे, उतनी ज्यादा हमारी अर्थ व्यवस्था सुदृढ़ होगी। अर्थ व्यवस्था जब मजबूत होगी तो उसका लाभ समाज के हर वर्ग को मिलेगा। उन्होंने औद्योगिक संस्थानों से अपने उत्पाद की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने कहा कि जब उत्पाद अच्छी क्वालिटी का होगा तभी उसे अंतराष्ट्रीय स्तर पर बाजार मिलेगा तथा उत्पाद अपनी पहचान बना पायेगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए अनुसंधान के क्षेत्र में विशेष प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि भारत 400 बिलियन डॉलर की अर्थ व्यवस्था बने, जोकि औद्योगिक संस्थानों के सहयोग एवं तालमेल से जरूर संभव होगा।
विनय शंकर पाण्डेय ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि औद्योगिक संस्थानों को उद्योगों से संबंधित हर संभव सहायता प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर जो भी समस्याएं औद्योगिक संस्थानों की हैं, उसका हर सम्भव समाधान किया जाएगा। उन्होंने इस संबंध में महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र पल्लवी गुप्ता को शीघ्र ही जिला स्तरीय बैठक कराने के भी निर्देश दिये। उद्योगों में स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर पर बोलते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार जो योजनाएं बनाती हैं, उनका क्रियान्वयन करने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है, साथ ही औद्योगिक संस्थानों की भी जिम्मेदारी है कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर सुलभ करायें।
जिलाधिकारी ने मेगा एक्सपोर्टर्स कॉनक्लेव के आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन सराहनीय हैं, इसका उद्देश्य जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर उद्योग बन्धुओं की समस्याओं का समाधान करना है। जिलाधिकारी ने बताया कि हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण द्वारा जनपद में 80 पार्कों को विकसित करने की योजना है, इसके अंतर्गत जो भी व्यक्तिध्संस्था इन पार्कांे के रखरखाव की जिम्मेदारी लेना चाहेंगे, उन्हें यह जिम्मेदारी दी जाएगी। इस संबंध में अभी तक प्राधिकाररण को 44 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। कार्यक्रम में महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र सुश्री पल्लवी गुप्ता ने कहा कि जनपद हरिद्वार को एक्सपोर्ट हब बनाना हमारा उद्देश्य है। सरकार द्वारा देश के 100 जिलों को इस तरह के कार्यक्रम के लिए चयनित किया गया था, जिसमें हरिद्वार जनपद का भी चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड का वातावरण उद्योग स्थापना के लिए बहुत अच्छा है, यहां कानून व्यवस्था, स्वच्छ वातावरण, जल-विद्युत उपलब्धता, सिंगल विन्डों सिस्टम आदि के कारण उद्योगों का उत्तराखण्ड के प्रति आकर्षण बढ़ा है।
महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र ने बताया कि जनपद हरिद्वार से विशेष रूप से फार्मा, इलेक्ट्रिक सामान, कॉस्मेटिक्स, इलेक्ट्रोनिक सामानों आदि का निर्यात किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही उत्तराखण्ड की निर्यात पॉलिसी भी आने वाली है। उन्होंने जनपद हरिद्वार में औद्योगिक संस्थानों द्वारा किये जा रहे उत्पादन के संबंध में कार्यक्रम में विस्तार से जानकारी भी दी। निदेशक (एफएसी) फार्मासिटिकल एक्सपर्ट प्रोमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया श्री मुरली कृष्णा ने हैदराबाद से ऑनलाइन संबोधन कर भारतीय फार्मा इंडस्ट्री के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में फार्मा कंपनियों ने मानव जीवन रक्षण में विशेष भूमिका निभाई है।
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर एक्सपोटर्स द्वारा लगायी गयी उत्पाद प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। कार्यक्रम में सुश्री पल्लवी गुप्ता ने अतिथियों को औषधीय पौधे प्रदान कर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन संजय बैनर्जी ने किया। इस अवसर पर सहायक निदेशक डीजीएफटी चमन लाल, डायरेक्टर जनरल एसईपीसी अभय शर्मा, डिप्टी डायरेक्टर एफआईईओ वी0के0 शर्मा, एपीईडीए से राजीव संतोकी, एक्सिस बैंक से मुक्ता मलिक, चेयरमेन एसएमएयू हरेन्द्र गर्ग, सीनियर वाइस चेयरमेन एमएमएयू/डायरेक्टर एप्रो ग्लोबल लिमि0 अजय जैन, फोरेस पॉलीमर से विकास गर्ग, एरोमा इंडस्ट्री से रमाकान्त सहित विभिन्न औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।