चमोली जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत ने कांग्रेस को कहा बाय-बाय…
जिला पंचायत में भ्रष्टाचार को उजागर करने के बाद उन पर भाजपा का मोहरा होने के लगाए जा रहे आरोप निराधार बताए
देहरादून/ चमोली, उत्तराखंड: जिला पंचायत चमोली के उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस संबंध में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत चमोली में हुए भ्रष्टाचार को लेकर मुखर होने के बाद मुझ पर भाजपा का मोहरा होने की के निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। शनिवार को उन्होंने कांग्रेस के प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी को इस संबंध में इस्तीफा पत्र सौंपा है। देखें लक्ष्मण सिंह रावत का कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल को लिखा पत्र…
“सेवा में,
श्री गणेश गोदियाल जी अध्यक्ष भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस उत्तराखण्ड
महोदय,
सादर चरण स्पर्श प्रणाम, महोदय जैसे कि आपको संज्ञान है आजकल मीडिया और सोशल मीडिया के द्वारा मा० अध्यक्ष जिला पंचायत चमोली और उनके पति पूर्व कबीना मंत्री श्री राजेन्द्र सिंह भण्डारी पर, और उनके द्वारा मेरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। जिसका आपके द्वारा संज्ञान लिया गया और आपके द्वारा मीडिया के माध्यम से सम्पूर्ण प्रदेश में यह खबर और संदेश दिया गया है कि उपाध्यक्ष जिला पंचायत BJP का मोहरा बन कर श्री राजेन्द्र भण्डारी की लोकप्रियता खराब कर रहे हैं। चुकि महोदय अपनी बात को रखना और जो उनके द्वारा मुझे धमकाया जा रहा है और जो उनके द्वारा मेरा शोषण किया जा रहा और मेरी रात दिन की मेहनत से कमाये पैसे को मारा जा रहा है, और क्षेत्र के विकास की बात कहने पर जिला पंचायत के सदस्यों को मेरे खिलाफ अविस्वास प्रस्ताव में हस्ताक्षर कराया गया है। और तब से श्री भण्डारी मुझे उपाध्यक्ष पद से निकालने के लिए दबाव की राजनीति कर रहे हैं। महोदय मैं यूथ कांग्रेस का ब्लॉक उपाध्यक्ष, यूथ कांग्रेस का जिला उपाध्यक्ष चमोली रहा, यूथ कांग्रेस गढ़वाल लोकसभा से उपाध्यक्ष रहा, खेल प्रकोष्ठ का प्रदेश उपाध्यक्ष रहा। और वर्तमान में जिला पंचायत उपाध्यक्ष चमोली हूँ और मेरी पत्नी सदस्य क्षेत्र पंचायत रही और दूसरे क्षेत्र से चुनाव जीती और मैंने अपने गाँव की क्षेत्र पंचायत सदस्य जो कि प्रमुख का चुनाव लड़ रही थी उसका साथ ना देकर कांग्रेस की ब्लॉक प्रमुख बना कर कांग्रेस को मजबूत करने का काम किया। यही नहीं जब चमोली में राजनितिक लोग पोस्टर बैनर नही लगाते थे तब मैं सम्पूर्ण जनपद में कांग्रेस के पोस्टर बैनर होर्डिंग लगाता रहा। समाचार पत्र पत्रिकाओं में कांग्रेस का विज्ञापन देता था। भ्रष्टाचार की बातों का विरोध करना गलत है तो मैं कांग्रेस पार्टी से अपना इस्तीफा देता हूं। महोदय ऐसा नहीं है कि मैंने अपने शीर्ष नेतृत्व को नहीं बताया मैंने अपनी बात कांग्रेस के जिला अध्यक्ष श्री विरेन्द्र सिंह रावत जी को भी बताई और जिन कांग्रेस के नेताओं ने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में श्रीमती रजनी भण्डारी को बनाने संबंधी हमारी कुछ शर्तों के साथ समझौता किया था। उनके सामने भी लगातार एक साल से अपनी बात रख रहा हूँ लेकिन इन बातों को हमारे नेताओं श्री राजेन्द्र सिंह भण्डारी के पास रखा। चुकि महोदय इतना बड़ा प्रकरण होने के बाद भी कांग्रेस के किसी नेता ने मुझसे संपर्क नहीं किया। यदि मैं गलत हूँ तो मुझे समझाने की कोशिश भी नहीं की गयी बल्कि मुझ पर ये आरोप लगाया जा रहा है कि मैं BJP का मोहरा हूँ।
महोदय मै सच्चे मन से आपको यह कहना चाहता हूँ कि यह पत्र लिखते हुए मेरे आँसू बह रहे हैं। मेरे दो बच्चे हैं और मैंने उनका मुह देखते हुए कभी किसी को बेवजह परेशान नहीं किया इसके लिए मैं भगवान गोपीनाथ की कसम खाता हूँ और मैं BJP से अभी तक मिला भी नहीं हूँ जिस दिन से मेरे राजनितिक गुरु श्री अनुसूया प्रसाद मैखुरी जी इस दुनिया से गए मुझे उसी दिन से लग गया था कि मेरी सारी मेहनत जो कांग्रेस पार्टी के लिए की गयी थी यो बेकार हो गयी है। ये आपने मीडिया के सामने कह कर साबित कर दिया। अतः अपनी बात रखना और गलत का विरोध करना गलत है तो आपके सम्मुख यह मेरा कांग्रेस से स्तीफा है, जनता के बीच रह कर सेवा देता रहूंगा। किसी भी पार्टी को ज्वाइन करने से पहले जनता की राय लूंगा।
धन्यवाद
(लक्ष्मण सिंह रावत)”