देहरादून/उत्तरकाशी, उत्तराखंड: कांग्रेस भाजपा प्रत्याशियों की दौड़ यमुनोत्री विधानसभा में एक दूसरे से अधिक वोट पाने की मात्र रह गई या यों कहें कि एक दूसरे से आगे निकलने की रह गई है। जिससे वह अपनी बड़े तामझाम वाली राष्ट्रीय पार्टियों की इज्जत बचा सकें। कुछ ऐसी ही तस्वीर 1 दिन पहले बड़कोट और चिन्यालीसौड़ से सामने आई थी।
यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशी संजय डोभाल को मिल रहे समर्थन का हजूम देख लगता है कि संजय डोभाल भाजपा और कांग्रेस दोनों राष्ट्रीय पार्टियाँ के प्रत्याशियों को बहुत पीछे छोड़ चुके हैं। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन विगत रविवार को शनिवार को बड़कोट बाजार और चिन्यालीसौड़ में निर्दलीय संजय चौहान के समर्थन में हजारों लोग उमर पड़े रैली नहीं यह रेला निकल रहा था सभी लोग जोर-जोर से नारा लगा रहे थे “नारा लगाओ जोरों से यमुनोत्री बचाओ चोरों से”, संजय डोभाल जीतेगा, संजय डोभाल जिंदाबाद जिंदाबाद जिंदाबाद…। बड़कोट बाजार और चिन्यालीसौड़ में निकले इस रोड शो को देखकर हर कोई संजय के इस बार भारी मतों से जीतने की बात कर रहे हैं।
यमुनोत्री की जनता ने इस बार 2012 की तरह 2022 में उसी स्थिति में और उसी चुनाव चिन्ह पर सबसे ज्यादा वोट देने का मन बना लिया है। आपको बता दें कि 2012 में प्रीतम सिंह पंवार यहां से निर्दलीय विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे थे और उनका भी चुनाव चिन्ह वही था जो वर्तमान में संजय डोभाल का है। यह एक संयोग हो सकता है लेकिन यमुनोत्री की जनता जिस तरह संजय डोभाल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है वहां से राष्ट्रीय पार्टियों के प्रत्याशी दूर दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं।