रतनमणी डोभाल, हरिद्वार (उत्तराखंड): सिंचाई विभाग के अधिकारियों का एक और घोटाला सामने आया है। जिस काम को पीडब्ल्यूडी रुड़की द्वारा कराया जा रहा है उसका भुगतान सिंचाई खंड हरिद्वार वार्षिक अनुरक्षण मद से कर चुका है। पीडब्ल्यूडी रुड़की के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुमार ने बताया कि रुड़की खंड द्वारा रणसूरा से जोरासी क्षेत्र में नदी से पुल का कटाव रोकने का काम कराया जा रहा है। इसके लिए 100 मीटर पहले नदी के पानी का डायवर्जन का कार्य ठेकेदार तस्लीम अली से कराया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी लगभग 31 लाख रुपए लागत का कार्य करा रहा है।
पीडब्ल्यूडी रुड़की खंड द्वारा कराए जा रहे कार्य को सिंचाई खंड हरिद्वार के अधिकारियों ने फर्जी तरीके से सिंचाई विभाग का वार्षिक अनुरक्षण मद से कराया जाना दर्शा कर 5-5 लाख रुपए के तीन एग्रीमेंट कर 15 लाख रुपए ठिकाने लगा दिए। सिंचाई विभाग उत्तराखंड के मुख्य अभियंता पीएस पंवार ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में आया है। उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ साइड का निरीक्षण किया है। इससे 15 लाख रुपए ठिकाने लगाने में शामिल अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
भ्रष्ट अधिकारियों ने फर्जी कार्य की एमवी गायब कर दी है। मुख्य अभियंता ने बताया कि अधिशासी अभियंता द्वारा 5 एमबी खोने को पुलिस को तहरीर देने की जानकारी दी गई है। पीडब्ल्यूडी का कार्य करा रहे ठेकेदार तस्लीम अली का कहना है कि सिंचाई विभाग के अधिकारी जब साइड पर निरीक्षण करने आए थे तब उसे पता चला कि जिस काम को वह कर रहा है उसका भुगतान सिंचाई खंड हरिद्वार के अधिकारियों ने फर्जी तरीके से अन्य ठेकेदारों को कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि सिंचाई खंड हरिद्वार भ्रष्टाचार की दलदल में बुरी तरह से धस गया है। लगभग 58 करोड़ के घोटालों की जांच हो भी चुकी है। सिंचाई मंत्री के चहेते ठेकेदार उनका नाम रोशन करने में लगे हुए हैं। इसके बावजूद वह देहरादून में महत्वपूर्ण पदों पर विराजमान हैं। मुख्य अभियंता पीएस पंवार ने बताया कि कई अनियमितताओं की जांच हो चुकी है और शासन संबंधित अधिकारियों को देने के लिए चार्जशीट तैयार कर सौंप दी गई है। शासन को ही अब कार्रवाई करनी है।