EPFO के इन दफ्तरों में सीबीआई ने एक साथ मारी रेड, मची खलबली
देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और कुमाऊं मंडल के सबसे बड़े शहर हल्द्वानी में आज सीबीआई की टीमों ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस दौरान दोनों जगह हल्द्वानी और देहरादून में पांच पांच सदस्यीय सीबीआई टीम ने सुबह दफ्तर खुलते ही ईपीएफओ (EPFO) से जुड़ी शिकायतों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। सीबीआई इस बड़ी कार्रवाई से मौके पर मौजूद कर्मचारियों और अफसरों में हड़कंप मचा रहा।
बता दें कि आज देहरादून और हल्द्वानी में ईपीएफओ के दफ्तरों में गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर सुबह-सुबह ही ताबड़तोड़ छापेमारी की। सीबीआई की पांच-पांच सदस्यीय टीम ईपीएफओ दफ्तरों में पहुंची और एक-एक अभिलेख की गहनता से जांच की। इस दौरान ईपीएफओ दफ्तर के अफसर और कर्मचारियों में हड़कंप और खलबली मची रही। सीबीआइ की टीम सुबह से ही दस्तावेजों की जांच कर रही है।
सीबीआई सूत्रों की मानें तो ईपीएफओ देहरादून और हल्द्वानी में लगातार गड़बड़ी की शिकायत मिल रही थी। बुधवार को सीबीआई देहरादून ने 5-5 सदस्यीय दो टीम बनाकर देहरादून जीएमएस रोड और हल्द्वानी स्थित दफ्तर भेजी। आज दोनों टीमें दफ्तर खुलते ही अंदर छापेमारी में जुट गई।
बता दें कि आज बुधवार को सीबीआई की एक टीम ने हल्द्वानी में कर्मचारी भविष्य निधि के ऑफिस में 2021-22 वित्तीय वर्ष के अभिलेखों को बारीकी जांचा और साक्ष्य जुटाए टीम के पहुंचने के बाद से कर्मचारियों में खलबली मच गई। दोनों दफ्तर में पड़ताल की फाइनल रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके बाद जो भी खामियां सामने आएंगी, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। भविष्य निधि एक ऐसा संस्थान है जो हर दूसरे व्यक्ति चाहे वह निजी हो या सरकारी सेवा में हो, संबंध जरूर रहता है। कई लोग अपने पीएफ का पैसा निकालने से लेकर नया खाता बनाने और अन्य संबंधित मामलों में हेराफेरी की अक्सर शिकायत करते हैं, लेकिन ईपीएफओ के कर्मचारी और अफसर फिर भी भ्रष्टाचार के तमाम रास्ते निकाल ही लेते हैं। अब देखना होगा कि सीबीआई मामले में क्या कार्रवाई करती है और शिकायत का किस स्तर तक निस्तारण करेगी।