किशोरी घर से भागी; पुलिस ने पकड़ा तो मा-बाप की बजाय प्रेमी संग जाने को अड़ी फिर ऐसे लगाई फांसी

आश्रय गृह में एक किशोरी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
हरिद्वार, ब्यूरो। उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद के थाना सिडकुल क्षेत्र में स्थित आश्रय गृह में हाल ही में भेजी गई एक किशोरी ने बुधवार दोपहर फांसी लगा आत्महत्या कर ली। फिलहाल किशोरी द्वारा आत्महत्या किए जाने के कारणों का पता नहीं लग पाया है लेकिन आत्महत्या की इस मामले ने आश्रय गृह की व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान जरूर लगा दिया है। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।
रावली महदूद सिडकुल स्थित आश्रय गृह में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब आश्रय गृह की एक कमरे में एक किशोरी का शव फंदे से झूलता हुआ मिला। सिडकुल पुलिस के मुताबिक, बहादराबाद क्षेत्र के बोंगला गांव की एक किशोरी 22 मई को संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गई थी। उसके पिता ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने उसे सहारनपुर के देवबंद उत्तर प्रदेश से उसे बरामद किया था। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे मेडिकल होने तक कोर्ट ने रावली महदूद क्षेत्र में स्थित आश्रय गृह भेज दिया था। बताया गया है कि किशोरी ने आज संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। किशोरी का शव फंदे पर लटका मिलने से हड़कंप मच गया। आश्रय गृह से तत्काल मामले की जानकारी सिडकुल खाना पुलिस और आला अधिकारियों को दी गई मौके पर पहुंची पुलिस पूरे मामले की जानकारी लेने में जुटी हुई है। आश्रय गृह प्रबंधन द्वारा मृतका के परिजनों को भी बुला लिया गया है। इस पूरे मामले से आश्रय गृह प्रबंधन की कार्यशैली पर भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
वहीं, महिला सुरक्षा सीओ रीना राठौर ने बताया हरिद्वार जनपद बोंगला गांव की निवासी एक वैशाली नाम की लड़की जो कि 17 साल की थी । वह अपने घर से गायब हुई तो थाना बहादराबाद में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था। हमारी पुलिस ने तहकीकात की और उत्तर प्रदेश के देवबंद थाने की मदद से लड़की अगले ही दिन 24 तारीख को हमें मिल गई थी। उसके बाद उसकी काउंसलिंग कराई गई उसके माता-पिता के साथ जाने के लिए लड़की को कहा गया, लेकिन उसने साथ जाने के लिए साफ इनकार कर दिया। लड़की के जब 164 के बयान कराए गए तो उसमें भी उसने कहा मैं अपने माता-पिता के साथ किसी भी कीमत पर नहीं जाना चाहती। फिर बाल कल्याण समिति समक्ष उसे प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण ने भी उसकी काउंसलिंग की। फिर उसके बाद लड़की को आश्रय गृह भेज दिया गया जहां उसने किसी लड़के का नाम लिखा है। अनित से वह प्यार करती थी और इसी के कारण लड़की ने आश्रय गृह में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। बाकी मामले की हम जांच कर रहे हैं। आगे जो भी जांच में सामने आएगा उसके बारे में अवगत कराया जाएगा।