मंडी (हिमाचल): कई दिनों से हो रही भारी बारिश से मंडी जनपद के कुछ क्षेत्रों में खतरा मंडरा रहा है। मूसलाधार बारिश के चलते कोठीगैहरी गांव में पहाड़ी 12 घरों पर खतरा मंडरा रहा है। पहाड़ी दरकने के कारण गांव की विद्या, बल्लू राम, बिट्टू राम, धर्मी देवी, तारा चंद, संजू, और पंकज कुमार के घर इसकी जद्द में आ गए हैं। विद्या देवी का रसोईघर और शौचालय जबकि संजू की गोशाला क्षतिग्रस्त हो गई है। विद्या देवी अब घर के बरामदे में भोजन बनाने को मजबूर है। विद्या देवी ने बताया कि शुक्रवार की रात को जब जोरदार बारिश हो रही थी तो उसकी रसोई की जमीन पर दरारें आने लगी। लोगों ने रात जागकर काटी और अगली सुबह देखा तो जमीन एक फुट से भी अधिक धंस गई थी। लगातार हो रही बारिश से लोग दहशत हैं।
बारिश के कारण संजू की गोशाला भी ढह गई। मजबूरन पशुओं को दूसरी जगह शिफ्ट करना पड़ा है। इसके साथ ही यहां का एक पुश्तैनी गुरुद्वारा भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। इस बारे में डीसी मंडी अरिंदम चैधरी ने बताया कि शनिवार को पटवारी और स्थानीय प्रधान ने मौके पर जाकर सारी जानकारी हासिल कर ली है। उन्होंने कहा कि लोगों को घर खाली करने के लिए कह दिया गया है और उनके रहने की वैकल्पिक व्यवस्था भी कर दी गई है, जहां खाई बनी है वहां पर तिरपाल बिछाने का प्रयास किया जा रहा है।
वहीं, आपदा प्रभावित संजू और चेतराम ने बताया कि अगर यह जमीन पूरी तरह से धंस जाती है, तो करीब एक दर्जन घर इसकी चपेट में आ जाएंगे, जिनका शायद नामों निशां भी न बचे। इन्होंने प्रशासन और सरकार से प्रभावितों को उचित मुआवजा अदा करने और पुश्तैनी गुरुद्वारे को भी उचित मुआवजा अदा करने की गुहार लगाई है।