देहरादून: सोमवार रात पुलिस कंट्रोल रूम से कोतवाली पुलिस को एक मोबाइल नंबर देकर तत्काल संपर्क करने को कहा गया। मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर मोबाइल धारक द्वारा अवगत कराया गया कि एक छोटी उम्र का बालक गाड़ी के नीचे छुपा हुआ है। सूचना पर एसआई पंकज कुमार, थाना कोतवाली नगर मय चीता कर्मचारी गणों के मोबाइल धारक द्वारा बताए गए स्थान 267 लक्खीबाग पर पहुंचे तो वहां पर एक बालक गाड़ी के नीचे छिपा हुआ दिखाई दिया।
बालक को प्यार से तसल्ली देकर नाम पता पूछा गया तो बालक ने अपना नाम (काल्पनिक नाम) आर्यन (8) पिता का नाम राहुल बताया तथा बताया कि मैं सरदार जसमीत सिंह भाटिया पुत्र मनजीत सिंह भाटिया निवासी 67 लक्खीबाग के घर में झाड़ू पोछा तथा बर्तन धुलने का काम करता हूं। बच्चे ने बताया कि आज मुझे सरदार जसमीत सिंह ने बेल्ट से बहुत मारा पीटा। डर से मैं घर से भाग आया हूं। इस पर एसआई पंकज कुमार व अन्य कर्मचारी बालक के शरीर का निरीक्षण किया तो शरीर पर चोटों के नीले व लाल निशान पड़े हुए थे। बालक चोट के कारण शरीर में दर्द बता रहा था।
मौके पर बालक के शरीर के मोबाइल से फोटोग्राफ लिए गए। बालक के इस बयान पर बालक को साथ लेकर एसआई पंकज मय कर्मचारी गण के सरदार जसमीत सिंह भाटिया पुत्र मनजीत सिंह भाटिया निवासी 67 लक्खी बाग देहरादून के आवास पर गए तथा जानकारी करने पर मालूम हुआ कि यह बालक सरदार जसमीत सिंह के घर में झाड़ू पोछा, बर्तन साफ करने का काम करता है। बच्चे की चोट को देखते हुए तत्काल उपचार को कॉन्स्टेबल महेंद्र सिंह व सुरेंद्र की देखरेख में दून अस्पताल भेजा गया।
बालक को महिला कांस्टेबल कोमल (सादा वस्त्र) की देखरेख में कार्यालय में बिठाया गया और आरोपी जसमीत सिंह के विरुद्ध मुकदमा अपराध संख्या 411/21 अंतर्गत धारा 323 ipc 3/14 बाल श्रम प्रतिषेध अधिनियम व धारा 75 बालकों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015 बालकों की देखरेख संरक्षण अधिनियम में अभियोग पंजीकृत किया गया है। विवेचना जारी है। आरोपी सरदार को गिरफ्तार कर लिया गया है।