पिथौरागढ़: जिला व तहसील प्रशासन की गंभीर लापरवाही के कारण आज मुनस्यारी के एक आपदा पीड़ित का पोस्टमार्टम लोकल में नहीं हो पाया। सात घंटे शव के साथ टीम का इंतजार करने के बाद पीएम के लिए मुनस्यारी से पिथौरागढ़ के लिए दौड़ लगानी पड़ी। पीड़ित तथा प्रशासन के बीच बातचीत कर रहे जिपं सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा इतना निकम्मा प्रशासन मैने आज ही देखा। प्रभारी एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला के खिलाफ़ विभागीय कार्यवाही करने की मांग की है।
मुनस्यारी तहसील के ग्राम फल्याटी निवासी पदम सिंह पुत्र नर सिंह उम्र 75 की शुक्रवार की रात को भू- स्खलन से दबने के कारण मौत हो गई थी। प्रशासन को रात को ही सूचना दे दी गई थी। ग्राम प्रधान रमेश नेगी ने आज सुबह जिपं सदस्य मर्तोलिया को बताया।
मर्तोलिया ने मुनस्यारी के अतिरिक्त प्रभार देख रहे धारचूला के एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला को भी बताया। दो बार जिलाधिकारी से फोन पर बात की। उसके बाद भी लोकल में पोस्टमार्टम नहीं हो पाया।
धारचूला के एसडीएम ने जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया के अनुरोध करने के बाद भी जिला प्रशासन के पास इस अनुरोध को पत्र के माध्यम से नहीं भेजा।
जिपं सदस्य डीएम के कैम्प तथा टकाना कार्यालय में फोन करते रहे। बताया गया कि डीएम सर मीटिंग में है। उसके बाद मर्तोलिया को एडीएम का नं दिया गया। जब एडीएम फींचा राम चौहान से बात हुई तो बताया कि धारचूला के एसडीएम का कहना है कि पीएम धारचूला में हो रहा है, इसके लिए पीड़ित परिवार के लोग राजी है। तब तक शव को लेकर ओगला पहुंच चुके थे। धारचूला के एसडीएम की सूचना भी फर्जी निकल गयी। एक जिम्मेदार अधिकारी को पता है कि शव पीएम के लिए कहां जा रहा है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि तीस साल के सामाजिक जीवन में इतना निकम्मा प्रशासन कभी नहीं देखा। मर्तोलिया ने कहा कि धारचूला के एसडीएम की गंभीर लापरवाही के कारण यह समस्या पैदा हुई। इस कारण एक पीड़ित परिवार को शव के साथ दिन भर इंतजार फिर 300 किमी पिथौरागढ़ तक की यात्रा करनी पड़ी।
मर्तोलिया ने डीएम को पत्र लिखकर आज की लापरवाही की एडीएम स्तर के अधिकारी से जांच करवाकर धारचूला के एसडीएम के खिलाफ़ विभागीय कार्यवाही करने की मांग की। कहा कि जांच व कार्यवाही नहीं हुई तो वे जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे।