बाबा रामदेव के पतंजलि कन्या गुरुकुल की पांचवीं मजिल से कूदी साध्वी, मौत
देहरादून /हरिद्वार: योग गुरु बाबा रामदेव के बहादराबाद थाना क्षेत्र के शांतरशाह चैकी इलाके में स्थित पतंजलि गुरुकुल में मध्य प्रदेश की रहने वाली एक साध्वी ने पांचवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। मध्य प्रदेश निवासी साध्वी देवज्ञा ने 2018 में पतंजलि योगपीठ में बाबा रामदेव से सन्यास लेकर पढ़ाई और अपनी सेवाएं शुरू पतंजलि के लिए शुरू की थी। अपने सुसाइड नोट में साध्वी किसी बात से परेशान थी। उसने अपने कम अंग्रेजी ज्ञान और अन्य कई बातों से लिखा हुआ कई पन्नों का एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। वहीं पतजंलि योगपीठ प्रशासन इसकी जांच अपनी ओर से भी करवा रहा है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार बहादराबाद स्थित पतंजलि योगपीठ के अधीन संचालित वैदिक कन्या गुरुकुल के हास्टल में रह रही एक साध्वी ने पांचवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। मूल रूप से मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के गांव सेमलिया हीरा की रहने वाली साध्वी यहां महाभाष्य विषय से एमए की पढ़ाई भी कर रही थीं। वह संस्था में सेवा भी करती थीं। परिवार से वह कम ही संपर्क रखती थी। पतंजलि योगपीठ से सटे परिसर में स्थित वैदिक कन्या गुरुकुल में तड़के साढ़े चार बजे यह घटना सामने आई। इस हाॅस्टल में छात्राएं और महिला सेवादार इस हास्टल में रहती हैं। मध्य प्रदेश के मंदसौर निवासी साध्वी देवज्ञा का लहूलुहान शव हास्टल के परिसर में पड़ा मिला। वह हास्टल की पांचवीं मंजिल पर कमरा नंबर 507 में अन्य महिला सेवादारों के साथ रहती थीं। महिला सेवादारों ने उसे परिसर में इस हालत में देखा। साध्वी को तत्काल भूमा निकेतन अस्पताल ले जाया गया, डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। साध्वी के कमरे में एक रजिस्टर में सुसाइड नोट लिखा मिला। उसमें उसने धर्म और अध्यात्म की बातों के साथ ही अपनी इच्छा से आत्महत्या करने का उल्लेख किया है। बता दें कि देवज्ञा वर्ष 2015 में वैदिक कन्या गुरुकुल में अध्ययन के लिए आई थी। वर्ष 2018 में योग गुरु बाबा रामदेव से संन्यास लिया। इसके बाद साध्वी ने गुरुकुल में सेवा कार्यों में हाथ बंटाने के साथ ही पढ़ाई भी जारी रखी। इन दिनों वह एमए की पढ़ाई कर रही थीं। अपने घरवालों से उनका कम ही संपर्क रहता था। उनका मूल नाम राधा पाटीदार था। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि शुरुआती जांच में मामला आत्महत्या का होना प्रतीत हो रहा है। फिर भी पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है। सवाल यह है कि अगर वह महिला सेवादारों और छात्राओं के साथ रहती थीं तो उस समय अन्य सेवादार और छात्राएं कहां थी जो उन्हें देवज्ञा के कूदने या वहां से गिरने का कोई पता नहीं चला।