लखीमपुर खीरी में कुचले गए किसानों की अरदास से पहले 10 आईपीएस अफसर तैनात
लखनऊ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश सरकार की योगी आदित्यनाथ सरकार ने लखीमपुर खीरी में मंत्री के बेटे की गाड़ी से कुचले गए किसानों की अरदास से पहले 10 आईपीएस अधिकारियों को मौके पर तैनाती कर दिया है। जानकारी के अनुसार यह सभी अधिकारी अगले आदेश तक लखीमपुर खीरी में ही तैनात रहेंगे। दूसरी ओर आपको बता दें कि आज सोमवार को आशीष मिश्रा की रिमांड के सम्बंध में कोर्ट में सुनवाई भी है। आपको बता दें कि पुलिस ने विगत शनिवार को आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश पुलिस की एसआईटी की टीम आशीष मिश्रा को तीन दिन के लिए रिमांड पर लेना चाहती है, जिसपर आज सुनवाई होनी है।
आपको बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने रविवार को केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि लखीमपुर हिंसा के मामले में 11 अक्टूबर तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को पद से नहीं हटाया गया और गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह चरणबद्ध प्रदर्शन शुरू करेंगे। बताया जा रहा है कि मोर्चा की ओर से दी गई चेतावनी के बाद गृह विभाग अलर्ट मोड पर है। पुलिस ने मौके की नजाकत को देखते हुए लखीमपुर खीरी में लखनऊ रेंज के एडीजी एसएन साबत और आईजी लक्ष्मी सिंह कैंप करेंगी। इसके अलावा लखीमपुर खीरी में 10 आईपीएस अधिकारी फील्ड में उतारे गए हैं। यही नहीं बहराइच और पीलीभीत में भी तीन-तीन आईपीएस अफसरों को फील्ड में तैनात किया गया है।
आपको यह भी बता दें कि इससे पहले एसआईटी के प्रमुख और यूपी पुलिस के डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने बताया था कि पुलिस जांच में आशीष मिश्रा ने कई सवालों के जवाब नहीं दिए, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी (एसपीओ) एसपी यादव ने पत्रकारों को बताया कि न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आशीष को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लखीमपुर खीरी जिला जेल भेज दिया है। यादव ने बताया कि आशीष की पुलिस रिमांड के लिए अर्जी दी गयी थी और अदालत ने इस अर्जी पर सुनवाई के लिए 11 अक्टूबर की तारीख तय की गई है।