गंगोत्री मंदिर समिति की नई कार्यकारिणी को भंग करने के लिए डीएम को लिखा पत्र…
उत्तरकाशी, उत्तराखंंड: गंगोत्री मंदिर की प्रबंध समिति के चुनाव पर पर गंगोत्री मंदिर समिति के पूर्व सचिव रमेश चंद्र सेमवाल ने आपत्ति दर्ज कराते हुए जिलाधिकारी उत्तरकाशी एवं जिला उपनिबंधक रजिस्टार चिटफंड उत्तरकाशी को लिखित शिकायत पत्र दिया है। जिसमें नई कार्यकारिणी को अवैध ठहराते हुए पुन: परंपरा अनुसार चुनाव करवाने की मांग उठाई गई है ।
बता दें कि 1 नवंबर 2022 को गंगोत्री मंदिर प्रबंधन कार्यक्रम की चुनाव भटवाडरी उप कोषागार की अध्यक्षता में संपन्न कराया गया है। जिसमें मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ,सचिव सुरेश सेमवाल को निर्वाचित किया गया है। इसी दौरान समिति के पूर्व सचिव रमेश सेमवाल ने इस चुनाव को अवैध करार देते हुए कहा है कि गंगोत्री मंदिर समिति में हकूक दारी वंशाक्रम होते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रार्थी सिर्फ पांच मंदिर समिति गंगोत्री धाम का वर्ष 2021 से वर्ष 2024 तक के कार्य कारण कार्य में मैं प्रार्थी सदस्य के रूप में चुने जाने के दावेदार है क्योंकि प्रार्थी के स्वर्गीय पिता राम चंद्र सेमवाल 1977 से 1982 तक श्री 5 मंदिर समिति गंगोत्री के सदस्य रहे हैं किंतु उनके बाद वाले किसी भी कार्यकाल में प्रार्थी अपने थोक नंबर यह का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाया है और प्रार्थी को उसके वंश कर्म से गंगोत्री मंदिर समिति के सदस्य के रूप में चयनित निर्वाचित होने के सावधानी संवैधानिक अधिकार से वंचित रखा जा रहा है। हमारी बारी पिछले कई सालों से नहीं है। इसकी हमारे द्वारा निर्वाचन अधिकारी के सामने समक्ष आपत्ति दर्ज करवाई गई है ,लेकिन निर्वाचन अधिकारी ने हमारी आपत्ति को नजरअंदाज करते हुए चुनाव संपन्न करवा दिए । जिसके बाद मेने जिलाधिकारी एवं रजिस्टर जिला उपनिबंधक को लिखित शिकायत पत्र दिया है। उन्होंने कहा कि यदि उचित कार्रवाई नहीं होती है तो हमें बाध्य होकर न्यायालय की शरण लेनी पड़ेगी इधर गंगोत्री मंदिर समिति के नवनिर्वाचित अध्यक्ष हरीश कुमार ने बताया है कि चुनाव पूरी प्रक्रिया के तहत हो चुका है तहत हो चुका है कोई क्या करता है इसे हम पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।