दो साल बाद शुरू हुई आदि कैलास यात्रा का पहला 30 सदस्यीय दल पहुंचा धारचूला

पिथौरागढ़, ब्यूरो। कैलाश मानसरोवर यात्रा की तर्ज पर आदि कैलाश यात्रा शुरू हो चुकी है। दिल्ली से निकला पहला दल आज पिथौरागढ़ से धारचूला के लिए रवाना हो चुका है। धार्मिक महत्व की इस यात्रा में देश के विभिन्न भागों से लोग शामिल हुए हैं। पहले दल में 30 यात्री शामिल हैं।
विगत 2 वर्षों से कोरोना के कारण यात्रा नहीं हो रही थी। कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए चीन द्वारा इस वर्ष भी अनुमति नहीं दी जा रही है। कैलाश मानसरोवर यात्रा बाधित होने के कारण इस वर्ष इस वर्ष आदि कैलाश तक यात्रियों को ले जाया जा रहा है। यात्रा के संयोजक ट्रिप टू टेंपल कंपनी ने बताया कि अभी तक इस यात्रा के लिए 700 लोगों का पंजीकरण हो चुका है और उनका लक्ष्य इस वर्ष 15 लोगों को इस यात्रा में शामिल करवाने का है। आदि कैलाश यात्रा को लेकर यात्रियों में काफी खुशी देखी गई है। मानसरोवर यात्रा न होने से लोग आदि कैलाश यात्रा कर ही भोलेनाथ का आशीर्वाद पाने की कामना कर रहे हैं। दल में ऐसे लोग भी शामिल हैं जो पूर्व में कैलाश मानसरोवर यात्रा कर चुके हैं।
दल के पिथौरागढ़ पहुंचने पर कुमाऊंनी रीति रिवाज से भव्य स्वागत हुआ। महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़ से आए यात्री आदि कैलास यात्रा को लेकर गदगद हैं। आदि कैलास यात्रियों का पहला दल पिथौरागढ़ पर्यटक आवास गृह पहुंचा। प्रबंधक दिनेश गुरूरानी की अगुवाई में यात्रियों को तिलक लगाकर यात्रियों का स्वागत हुआ।
पहले दल में 15 महिला और 15 पुरुष शामिल हैं। प्रबंधक दिनेश गुरूरानी ने उच्च हिमालय में यात्रा के दौरान रखी जाने वाली सावधानियों की जानकारी यात्रियों को दी। एक दिन गुंजी में रात्रि विश्राम के बाद यात्रियों को आदि कैलास के दर्शन कराये जायेंगे। पार्वती सरोवर की परिक्रमा के बाद यात्री वापस गुंजी लौटेंगे। शुक्रवार को यात्री ओम पर्वत के दर्शन के लिए जायेंगे। वापसी में गुंजी में रात्रि विश्राम करने के बाद दल शनिवार को डीडीहाट होते हुए भीमताल के लिए प्रस्थान करेगा। दल में शामिल यात्री ओम शास्त्री, तृप्ति शास्त्री, राजेश कुमार, जयदत्त, यूएस महर, मंजू महर, के.राना, एस.पदमा, अशोक शर्मा ने कहा कि वह अपने साथ जो भी सामग्री ले जा रहे हैं उसके कूड़े को वे वापस लाकर आधार शिविर में धारचूला नगर पालिका को निस्तारण के लिए सौंपेगे।