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उत्तराखंड में कल मतदान, करीब 50,000 सुरक्षाकर्मी और हजारों कार्मिक तैनात

उत्तराखंड की 5वीं विधानसभा की तैयारियां…70 सीटें, करीब 82000 मतदाता और 600 से ज्यादा प्रत्याशी चुनावी दंगल में

देहरादून, उत्तराखंड: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के मतदान के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या जावलकर ने बताया कि सुबह 8ः00 बजे से शाम 6ः00 बजे तक प्रदेश में वोटिंग होगी। राज्य में 81 लाख 72 हजार 173 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। मतदान के लिए प्रदेश में 11697 पोलिंग सेंटर्स बनाये गए हैं। 36 हजार 95 सुरक्षा कर्मी मतदान प्रक्रिया को सम्पन्न कराएंगे। चुनाव में राजपत्रित अधिकारी 88 लगाए गए हैं। 182 इंस्पेक्टर किए गए तैनात। 1602 सब इंस्पेक्टर, 629 महिला सब इंस्पेक्टर, 1103 हेड कांस्टेबल, 10015 कॉन्स्टेबल, 1812 महिला कॉन्स्टेबल, 84 फॉरेस्ट दरोगा, 823 फॉरेस्ट गार्ड, पीएसी की 23 कंपनी और सीएपीएफ की 114 कंपनी तैनात की गई हैं।

आपको बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के मतदान से कई पार्टियां दो दिन पहले तो कई एक दिन पहले सभी पोलिंग स्टेशन के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना हो गई है। प्रदेश के 81 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मत का 14 फरवरी को प्रयोग करेंगे। प्रदेश में 11500 से ज्यादा पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। कोरोना को देखते हुए इस बार प्रदेश में भारत सबसे ज्यादा अतिरिक्त पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज से पोलिंग पार्टियां सभी क्षेत्रों के लिए रवाना की गई। इस बार उत्तराखंड में चुनाव प्रक्रिया को संपन्न करने के लिए करीब 50,000 सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है।

भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर राज्य में 150 आदर्श पोलिंग बूथ और 100 सखी पोलिंग बूथ स्थापित किये गये हैं। जेंडर समानता व महिलाओं की निर्वाचन में भागीदारी निर्धारित करवाने के उद्देश्य से समस्त महिला प्रबंधित मतदान केन्द्र सखी पोलिंग बूथ स्थापित किये गये हैं। इन केन्द्रों में चुनाव के दौरान समस्त मतदान स्टाफ, पुलिस व सुरक्षाकर्मी महिला ही तैनात किये गये हैं। पर्दानशीन (बुर्काधारी) महिलाओं के लिये विशेष व्यवस्था की गयी है। इनकी शिनाख्त व उंगली में अमिट स्याही का प्रयोग मतदान अधिकारी द्वारा उनकी सामाजिक भावना, गोपनीयता एवं शिष्टता को ध्यान में रखकर किया जायेगा गर्भवती महिलाओं के लिये विशेष तौर पर आराम कक्ष बनाया गया है व इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि उन्हें लाइन में न खड़ा होना पड़े। राज्य में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक सखी पोलिंग बूथ स्थापित किया गये हैं। इसके अतिरिक्त 30 और सखी पोलिंग बूथ स्थापित किये गये हैं। इनमें उत्तरकाशी जिले में 3, चमोली 3, रुद्रप्रयाग 2, टिहरी 6, देहरादून 18, हरिद्वार 19, पौङी गढ़वाल 6, पिथौरागढ़ 4, बागेश्वर 2, अल्मोड़ा 6, चम्पावत 2, नैनीताल 12 और ऊधमसिंह नगर जिले में 17 सखी पोलिंग बूथ स्थापित किये गये हैं।

राज्य में 150 आदर्श पोलिंग बूथ स्थापित किये गये हैं। इनमें उत्तरकाशी जिले में 6, चमोली 6, रुद्रप्रयाग 5, टिहरी 10, देहरादून 23, हरिद्वार 24, पौङी गढ़वाल 10, पिथौरागढ़ 8, बागेश्वर 5, अल्मोड़ा 10, चम्पावत 5, नैनीताल 17 और ऊधमसिंह नगर जिले में 21 आदर्श पोलिंग बूथ स्थापित किये गये हैं। आदर्श पोलिंग बूथ तीन मानकों के अनुरूप स्थापित किये गये हैं। भवन व सुविधाओं की भौतिक6 संरचना, पंक्ति प्रबंधन में सुधार और मतदान कर्मियों व स्वयं सेवकों का उचित व्यवहार।

आदर्श पोलिंग बूथ में भवन व सुविधाओं की भौतिक संरचना के तहत सुनिश्चित किया गया है कि भवन अच्छी दशा में साफ-सुथरी दीवारों की पुताई के साथ निर्वाचन सम्बन्धी संदेश के रूप में वॉल पेंटिंग की गई हो। मतदाता कर्मियों व पोलिंग एजेंट्स के लिये गुणवत्तायुक्त फर्नीचर की व्यवस्था की गई है। पोलिंग बूथ के बाहर डिस्प्ले बोर्ड लगाए हैं, जिनपर पोलिंग स्टेशन का नाम, निर्वाचन आयोग एवं मुख्य निर्वाचन कार्यालय उत्तराखण्ड का चुनाव कौथिग मतदाता शपथ तथा प्रवेश व निकास का स्पष्ट उल्लेख है। न्यूनतम सुविधायें जैसे बिजली (पैट्रोमैक्स का अतिरिक्त प्रबन्ध), महिला व पुरूष के लिये अलग-अलग शौचालय, पीने के पानी की व्यवस्था, प्रतीक्षालय, रैम्प और व्हील चेयर दिव्यांगजनों के लिये सुनिश्चित की गई है। बी०एल०ओ० मतदाता सूची के साथ निर्धारित स्थान पर उपलब्ध रहेंगे। यथासम्भव वोटर्स का स्वागत पुष्प गुच्छ या एक-एक फूल से जैसी भी सुविधा होगी, किया जाएगा तथा सुविधानुसार रेड कार्पेट की व्यवस्था भी होगी।

पंक्ति प्रबंधन में सुधार के अंतर्गत पंक्तियों के लिये रस्सियों का प्रयोग होगा। पंक्तियों में खड़े वोटर्स के लिये स्वयं सेवक, टोकन वितरण व पीने का पानी उपलब्ध करवाया जाएगा। नेत्रहीन, दुर्बल, बुजुर्ग एवं गर्भवती तथा धात्री माताओं (स्तनपान कराने वाली) को मतदान के लिये प्राथमिकता दी जायेगी। पंक्ति लम्बी होने पर बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं हेतु प्रतीक्षालय में बैठने की उचित व्यवस्था की गई है। मतदान कर्मियों व स्वयं सेवकों का उचित व्यवहार सुनिश्चित किया गया है। मतदान कर्मियों की यथासम्भव एक जैसी पोशाक होगी। वोटर्स के लिये क्या करना क्या नहीं तय होंगे। वोटर्स से फीडबैक फार्म भरवाया जायेगा।

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