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सिरफिरे बीएसएफ जवान सत्यपा ने खाना खा रहे पांच साथियों को गोलियों से भूना, 4 की मौत

मेस से बाहर आकर की ताबड़तोड़ फायरिंग, खुद को भी मारी गोली

अमृतसर, ब्यूरो: बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के एक जवान ने फिल्मी अंदाज में अपने पांच साथियों को गुस्से में आकर गोलियों से भून दिया। इनमें से चार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक जिंदगी और मौत के बीच अस्पताल में जूझ रहा है। यही नहीं इस जवान ने खुद को भी गोली मार दी। गोली चलने के बाद पंजाब के अमृतसर जिले में स्थित बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के हेडक्वार्टर में हड़कंप मच गया। गोली चलाने वाले जवान सत्यप्पा ने भी अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ दिया। जबकि एक अन्य घायल जवान राहुल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उसकी हालत भी गंभीर बताई जा रही है।

दूसरी ओर बीएसएफ के आईजी बॉर्डर आसिफ जलाल गुरु नानक देव अस्पताल में घायल जवान का हाल चाल जानने के लिए पहुंचे। इस दौरान आईजी ने कहा कि कोई आपसी रंजिश जा गुटबाजी नहीं है। मामले की जांच चल रही है और जो घायल हुए हैं, उनकी हालत खतरे से बाहर है। बता दें कि आईजी के दौरे के बाद ही घायल राहुल को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। शिफ्ट करने के पीछे मीडिया के जमावड़े को कारण बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार सरकारी अस्पताल में मीडिया इकट्‌ठा है, इसलिए अधिकारियों ने घायल जवान को निजी अस्पताल में शिफ्ट करने के आदेश दिए।

जानकारी के अनुसार पंजाब के अमृतसर जिले के खासा स्थित बीएसएफ हेडक्वार्टर की मेस में बटालियन 144 के जवान नाश्ता कर रहे थे। इस दौरान बटालियन 144 के कॉन्स्टेबल सत्यप्पा एसके गुस्से में तमतमाते हुए आया और अंधाधुंध फायरिंग करने लगा। सत्यप्पा ड्यूटी को लेकर नाराज चल रहा था। इस घटना से हेडक्वार्टर में हड़कंप मच गया। मेस में गोलियां चलाकर सत्यप्पा ने अपने 4 साथियों को मौत के घाट उतार दिया, जबकि एक जवान राहुल गंभीर घायल हो गया।

सत्यप्पा इसके बाद भी नहीं रूका और अपनी सर्विस कम्बाइन लेकर मेस से बाहर भागा और लगातार गोलियां चलाता गया। इसके बाद पकड़े जाने के डर से सत्यप्पा ने खुद को भी गोली मार दी। कॉन्स्टेबल सत्यप्पा और घायल जवान राहुल को आनन-फानन में अस्पताल लाया गया, लेकिन सत्यप्पा ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। गुरु नानक देव अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, घायल कॉन्स्टेबल राहुल का इलाज अभी चल रहा है, लेकिन हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना के बाद घायल जवान राहुल की मां उमा देवी भी गुरु नानक देव अस्पताल पहुंच गईं। उसके आंसू थम नहीं रहे। दूसरी ओर बीएसएफ के अधिकारी इस पूरी घटना पर चुप्पी साधे हुए हैं।

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