पुष्कर धामी को ही सौंपी कमान, 11 दिन तक चला सियासी घमासान
देहरादून, उत्तराखंड: उत्तराखंड की सियायत में कई दिनों तक नए मुखिया को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। आज चुनाव परिणाम के 11 दिन बाद काफी माथापच्ची के बाद आखिर भाजपा ने कार्यवाहक सीएम धामी को ही दुबारा मुख्यमंत्री पद की कमान सौंप दी है।
गौरतलब है कि पुष्कर सिंह धामी इससे पहले प्रदेश के पांच साल में तीसरे मुखिया बनाए गए थे। चुनाव से चंद माह पहले उन्हें मुख्यमंत्री पद की कमान सौंपी गई। इसके बाद विगत फरवरी माह में विधानसभा चुनाव और 10 मार्च को परिणाम सामने आए। हालांकि पुष्कर सिंह धामी अपनी विधानसभा खटीमा से चुनाव हार गए, लेकिन फिर भी कई दिनों तक भाजपा हाईकमान में कई नामों पर माथापच्ची चलती रही। आखिर 11 दिन बाद पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में चुन लिए गए हैं। भाजपा हाईकमान की ओर से पर्यवेक्षक के तौर पर राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी को देहरादून भेजा गया। कई दौर की वार्ताओं के बाद भाजपा मुख्यालय में हुई अंतिम बैठक में पुष्कर सिंह धामी के नाम पर सभी ने सहमति जताई। जाने नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बारे में विस्तार से…
पुष्कर सिंह धामी (जन्म : 16 सितम्बर, 1975)
पिता: शेर सिंह धामी (पूर्व सैनिक)
माता: श्रीमती बिशना देवी
पत्नी: श्रीमती गीता धामी
पुत्र : दिवाकर , प्रभाकर
शैक्षणिक जीवन
लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नानकोत्तर, मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंध स्नातक वकालत (BA, LLB) डीपीए (डिप्लोमा इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन)
सामाजिक जीवन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ शिक्षा वर्ग प्रशिक्षित स्वयंसेवक , संघ आयु -32 वर्ष विश्वविद्यालय स्तर(लखनऊ विश्वविद्यालय) से प्रांतीय स्तर (अवध प्रांत) तक दायित्ववान कार्यकर्त्ता, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (10 वर्ष), कार्य क्षेत्र – उत्तर प्रदेश
राजनीतिक जीवन
प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता युवा मोर्चा,उत्तराखंड (लगातार दो बार 2002 से 2007 तक)
विशेष कार्याधिकारी मुख्यमंत्री, उत्तराखंड (2001-2002 )
राज्यमंत्री (दर्जा प्राप्त) शहरी अनुश्रवण समिति, उत्तराखंड (2010-2012 )
प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी,उत्तराखंड (2016 से )
विधायक खटीमा,उत्तराखंड (2012-2017 )
विधायक खटीमा, उत्तराखंड (2017-2022 )
युवा चेहरा होने के साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश में लोकप्रिय भी रहे हैं। काफी कम समय में उन्होंने भाजपा के लिए अपने फैसलों से डैमेज कंट्रोल की पूरी कोशिश की। वहीं, आज भाजपा मुख्यालय बलबीर रोड में तमाम भाजपा दिग्गजों और विधायकों का जमावड़ा और गहमागहमी का माहौल देखने को मिला।