
देहरादून, उत्तराखंड: उत्तराखंड में दुबारा सत्ता में आई भाजपा की पुष्कर सिंह धामी सरकार के मंत्रियों को आज पोर्टफोलियो बंट सकते हैं। धामी सरकार में पुराने मंत्रिमंडल के 5 मंत्रियों को रिपीट किया गया है और 3 नए भाजपा विधायकों को मंत्री बनाया गया है। शपथ ग्रहण के बाद अब राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि इन मंत्रियों को पुराने विभागों का ही जिम्मा सौंपा जा सकता है।
धामी सरकार में पुराने मंत्रिमंडल के पांच मंत्रियों को फिर से जगह मिली है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इन मंत्रियों को पुराने विभागों से ही नवाजा जाएगा। धामी सरकार की नई कैबिनेट में पुराने और नए चेहरों के साथ 8 कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। मंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही विभागों के बंटवारे को लेकर भी कयासबाजी का दौर शुरू हो गया है। अब सबकी नजर विभागों के बंटवारे पर लगी है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि सतपाल महाराज को फिर पर्यटन, लोनिवि संस्कृति, धर्मस्व जैसे विभाग दिए जा सकते हैं। जबकि सुबोध उनियाल, डॉ. धन सिंह रावत, गणेश जोशी और रेखा आर्य को भी उनके पुराने विभागों की जिम्मेदारी मिल सकती है।
वहीं, पिछली विधानसभा के अध्यक्ष रहे प्रेमचंद अग्रवाल को संसदीय कार्य मंत्री का महत्वपूर्ण जिम्मा सौंपा जा सकता है। नए चेहरों के रूप में सौरभ बहुगुणा और चंदन राम दास को भी इस कैबिनेट में शामिल किया गया है। सौरभ को खेल, युवा एवं परिवहन मंत्रालय दिए जाने की संभावना है। जबकि बागेश्वर से जीतकर आए चंदन राम दास को पंचायतीराज, पेयजल एवं ग्रामीण विकास जैसे मंत्रालय दिए जा सकते हैं। ऋषिकेश विधानसभा सीट से चुनकर आए प्रेमचंद अग्रवाल ने मंत्री पद की शपथ लेने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी मिलेगी उसे बेहतर ढंग निभाएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल को भी बेहतर ढंग से निभाया है। इस बार पार्टी ने उन्हें मंत्री पद से नवाजा है, इसके लिए वह प्रदेश भाजपा और केंद्रीय नेतृत्व का आभार प्रकट करते हैं। उन्होंने कहा कि जनता के काम और प्रदेश का विकास उनकी प्राथमिकता में रहेगा।
वहीं, दूसरी ओर शिक्षा मंत्री रहते हुए चुनाव न जीत पाने का मिथक तोड़ने वाले जसपुर ऊधम सिंह नगर जनपद के विधायक अरविंद पांडेय को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। पांडेय की उम्मीद प्रदेश मंत्रिमंडल में खाली तीन सीटों पर लगी है।