काली नदी किनारे बन रहे तटबंधों के खिलाफ नेपाल के हस्तक्षेप पर भड़के पंचायत प्रतिनिधि
भारत विरोधी हरकत नहीं बदली तो नेपाल के खिलाफ अन्तर्राष्ट्रीय झूला पुल पर करेंगे प्रदर्शन
पिथौरागढ़, उत्तराखंड: पिथौरागढ़ जनपद के धारचूला नगर में काली नदी पर भारत की तरफ़ सिंचाई विभाग द्वारा बनाए जा रहे तटबंधों के खिलाफ नेपाल के हस्तक्षेप पर पंचायत प्रतिनिधि भड़क गए है। कहा कि नेपाल ने इस तरह की भारत विरोधी हरकत नहीं बदली तो नेपाल के खिलाफ अन्तर्राष्ट्रीय झूला पुल पर प्रदर्शन किया जाएगा।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आज इस आशय का पत्र जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को दिया। कहा कि नेपाल ने वर्ष 2013 की भीषण एवं विनाशकारी आपदा के बाद नेपाल की तरफ़ से विशालकाय तटबंध का निर्माण किया। भारत की तरफ़ से मित्र राष्ट्र होने के कारण कभी भी विरोध नहीं किया गया। मर्तोलिया ने कहा कि जब आज धारचूला नगर क्षेत्र से खोतिला तक बाढ़ सुरक्षा के लिए तटबंध बनाया जा रहा है। नेपाल में सक्रिय भारत विरोधी संगठन लगातार पत्थरबाजी कर हिंसक प्रदर्शन के साथ विरोध कर रहे है। रविवार को नेपाली सेना तथा पुलिस ने नेपाल से हुई पत्थरबाजी के बाद तटबंध बनाने के कार्य में लगी जेसीबी मशीन की चाबी छीन कर यह जता दिया है कि नेपाल सरकार के इशारों पर इस तरह का समाज विरोधी कृत्य किया जा रहा है।
मर्तोलिया ने कहा कि नेपाल नहीं सुधरा तो भारत की तरफ़ से भी नेपाल सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। मर्तोलिया ने कहा कि नेपाल सरकार को भारत विरोध के नाम पर बेवजह पत्थरबाजी करने वालो पर अंकुश लगाया जाना चाहिए, लेकिन नेपाल सरकार इस तरह के विरोधो की अगुवाई तथा संरक्षण कर सीमा क्षेत्र में अशांति ला रही है।
मर्तोलिया ने कहा कि हम भी नेपाल को मित्र राष्ट्र के रुप में भूलकर हर विरोध का ज़बाब देने को बाध्य हो जायेंगे। जिलाधिकारी से नेपाल के सीडीओ से तत्काल इस विषय पर बातचीत करने की मांग की गई है। ताकि समस्या का समाधान हो सके।