देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल का हिस्सा बनने पर काफी उत्साहित हूँ – तुषार कपूर
देहरादून, उत्तराखंड: प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता और निर्माता तुषार कपूर, जिन्होंने अपनी नई लॉन्च की गई पुस्तक ‘बैचलर डैड’ के साथ एक लेखक के रूप में शुरुआत की है, 1 अप्रैल को बहुप्रतीक्षित देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में भाग लेंगे।
तुषार कपूर हयात रीजेंसी में होने जा रहे देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल 2022 के चौथे संस्करण के पहले दिन अपनी पुस्तक पर अंतर्दृष्टि साझा करेंगे। वह अपने सत्र के दौरान जानी-मानी प्रकाशक मिली ऐश्वर्या से बातचीत करेंगे।
देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल का हिस्सा बनने पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा करते हुए, तुषार कहते हैं, “मैं देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल 2022 का हिस्सा बनने के लिए बहुत उत्साहित हूँ। यह फेस्टिवल ऐसे समय में आयोजित हो रहा है जब हम एक समाज के रूप में लगभग अपने सामान्य जीवन में लौट रहे हैं। अगर पुस्तकों की बात की जाए, तो पुस्तकें पिछले कुछ वर्षों में मुख्य रूप से आभासी दुनिया तक ही सीमित थीं। देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में पाठकों के साथ बातचीत करना और अपनी पुस्तक को एक ऐसे जाने माने मंच पर प्रस्तुत करना मेरे जैसे नए लेखक के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्यूंकि जब फरवरी में मेरी किताब का विमोचन हुआ, तब कोरोना के कारण ज्यादातर चीजें बंद थीं।”
उन्होंने आगे कहा, “एक नवोदित लेखक होने के नाते, मेरे लिए इतने प्रसिद्ध उत्सव में दर्शकों के सामने अपने लेखन कौशल का प्रदर्शन करने और अपने व्यक्तित्व के बारे में कुछ किस्सों को साझा करने का एक शानदार अवसर होगा।”
सिंगल पेरेंटिंग के बारे में पूछे जाने पर, तुषार ने कहा कि वह इस विषय को हमेशा से सामान्य रूप में देखना चाहते थे और लोगों की उस विचार धारा को गलत साबित करना चाहते थे, जब लोग उन्हें बताते थे की एक बच्चे की परवरिश के लिए दोनों माता-पिता का होना अनिवार्य है।
उन्होंने आगे कहा, “सिंगल पेरेंटिंग समय के साथ सामान्य होता जा रहा है, और मुझे उम्मीद है कि मेरी किताब निश्चित रूप से इस परिदृश्य में कुछ बदलाव लाएगी।”
एक स्थापित अभिनेता से एक लेखक तक के अपने सफर के बारे में बात करते हुए, तुषार कहते हैं कि उनका यह सफर ऐसे मील के पत्थरों से बना है जो अप्रत्याशित और अनियोजित हैं और जिनसे उनका पूरा जीवन बदल गया है।
वे कहते हैं, “मैं हमेशा एक लेखक बनना चाहता था और एक सिंगल पैरेंट के रूप में अपनी जीवन यात्रा लोगों से साझा करना चाहता था, लेकिन जिस तरीके से समय के साथ यह मुमकिन हुआ, वह मेरे लिए काफी गहन था। मुझे लगता है कि महामारी के दौरान मेरी यह पुस्तक का लेखन मेरे जीवन के एक अच्छे समय पर हुआ क्योंकि इस पुस्तक ने कठिन समय के दौरान मुझे तनावमुक्त रक्खा।”
डीएलएफ में अपने आगामी सत्र में आने वाले दर्शक क्या उम्मीद कर सकते हैं, इस पर बात करते हुए, तुषार कहते हैं, “मेरे सत्र के दौरान, दर्शक थोड़ी ईमानदारी, थोड़ी मस्ती, और इस पुस्तक के बारे में गहरी अंतर्दृष्टि की उम्मीद कर सकते हैं। मैं इस फेस्टिवल में पहले से कुछ तैयारी करे बिना हिस्सा ले रहा हूँ ताकि सत्र का आयोजन मज़ेदार हो सके।”
जनवरी 2022 में प्रकाशित हुई तुषार की पुस्तक उनके पितृत्व की यात्रा के बारे में बताती है और सिंगल पैरेंट होने के कई पहलुओं को दर्शाती है। 224 पृष्ठों में फैले 10 अध्यायों के माध्यम से, तुषार की पुस्तक उनके जीवन के अंतिम दशक को प्रकाशित करती है।
तीन दिवसीय देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल 1 से 3 अप्रैल तक हयात रीजेंसी और द दून इंटरनेशनल स्कूल, रिवरसाइड कैंपस, देहरादून में आयोजित होगा। भागीदारी की सुविधा के लिए, कोई भी डीएलएफ वेबसाइट पर पंजीकरण कर सकता है और उत्सव में नि: शुल्क भाग ले सकता है।