जब मृत घोषित अजब सिंह अंतिम संस्कार से पहले हो गए जिंदा, सभी रह गए दंग
हरिद्वार में सामने आया चौंकाने वाला मामला, मृत घोषित बुजुर्ग की अंतिम संस्कार से पहले चलने लगी सांसें
हरिद्वार, ब्यूरो। कई बार आपने मृतक व्यक्ति को अंतिम संस्कार से पहले जिंदा होने की खबरें सुनी और पढ़ी होंगी। कुछ ऐसा ही मामला हरिद्वार में 1 दिन पहले सामने आया हूं जब सभी घर के सदस्य और रिश्तेदार अजब सिंह की अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे उसी दौरान वहां जिंदा हो गए। यह देख और सुनकर सभी हैरान रह गए। हरिद्वार के खानपुर इलाके के एक साठ वर्षीय बुजुर्ग को मृत घोषित कर चुके राजधानी देहरादून के डोईवाला इलाके के एक बड़े अस्पताल के बाद घर में अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही थी। इसी बीच किसी ने बुजुर्ग की नाड़ी देखी तो उसे लगा कि शरीर में जान है और धड़कनें चल रही हैं। डाॅक्टर जिसे मृत घोषित कर चुके थे वह फिर से जिंदा हो गया। यह चमत्कार था या फिर कुछ और लेकिन मौके पर मौजूद सभी लोग यह देखकर दंग रह गए। परिजनों ने बुजुर्ग किसान को पास के नर्सिंग होम में भर्ती करवाया तो उसकी सांसें चलने लगी और शरीर हिलने-डूलने लगा। फिलहाल बुजुर्ग किसान की हालत स्थिर बताई जा रही है।
बता दें कि खानपुर क्षेत्र के कर्णपुर गांव निवासी अजब सिंह का शुगर और बीपी लो होने पर उसे परिजन देहरादून के डोईवाला स्थित एक नामी-गिरामी अस्पताल लेकर गए थे। उपचार के दौरान चिकित्सकों ने उन्हें वेंटीलेटर पर रखा। चार दिन बाद भी उनकी हालत नहीं सुधरी। डाॅक्टर बुजुर्ग को मृत घोषित कर चुके थे।
परिजन बुजुर्ग को घर लेकर आए और अंतिम संस्कार की तैयारियां कर रहे थे। अंतिम संस्कार से पहले उन्हें नहलाया जा रहा था। इस दौरान उनकी सांस चलने का आभास परिजनों को हुआ। आनन फानन में परिजन बुजुर्ग को अजब सिंह को अस्पताल लेकर आए। फिलहाल लक्सर के एक नर्सिंग होम में अजब सिंह का इलाज किया जा रहा है। अजब सिंह के पुत्र अर्जुन ने बताया कि उन्होंने पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन ईश्वर का शुक्र है कि समय रहते उन्हें एक नया जीवन मिल गया। घर में मातम की बजाय खुशियों का माहौल है।