VDO अंकुर की मेहनत फिर लाई रंग, अब इस गांव को दो-दो श्रेणियों में मिला राष्ट्रीय पुरस्कार
देहरादून/उत्तरकाशी, ब्यूरो। उत्तराखंड के सीमांत जनपद उत्तरकाशी के नौगांव विकासखंड की मंजियाली ग्राम पंचायत को दो श्रेणियों में राष्ट्रीय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार मिला है। ग्राम पंचायत विकास अधिकारी अंकुर जैन की मेहनत के कारण इस ग्रामसभा को दो दो श्रेणियों में राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार मिला है। इससे पहले 2018 में धारी पल्ली को ग्राम पंचायत विकास अधिकारी अंकुर जैन की अच्छी कार्यशैली और अभिलेखों के रखरखाव के कारण राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार मिल चुका है।
मंजियाली गांव पहले से ही विकास कार्यों और अन्य क्षेत्र में अग्रणी रहा है। अब राष्ट्रीय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार मिलने से स्थानीय लोगों और ग्राम पंचायत विकास अफसर भी गदगद हैं। ग्राम पंचायत विकास अधिकारी अंकुर जैन के नेतृत्व में ग्रामसभा में बेहतर कार्य होने के साथ अभिलेखों का रखरखाव भी सही तरीके से किया गया जिससे यह पुरस्कार ग्रामसभा मंजियाली को मिला है। इससे पहले भी ग्राम पंचायत विकास अधिकारी अंकुर जैन के नेतृत्व में ग्राम सभा धारी पल्ली को राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है।
बता दें कि भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष दिये जाने वाले पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए उत्तरकाशी जनपद के नौगांव विकासखंड के ग्राम पंचायत मंजियाली को दो श्रेणियों में पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। ग्राम पंचायत मंजियाली को उत्तराखंड में जीपीडीपी पुरस्कार मिला है जो पूरे प्रदेश में एक ही ग्राम पंचायत को दिया जाता है। दूसरी श्रेणी में दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार भी ग्राम पंचायत की झोली में गया। ग्राम पंचायत के प्रधान प्रकाश रावत एवं ग्राम पंचायत विकास अधिकारी अंकुर जैन द्वारा अवगत करवाया गया है कि उक्त पुरस्कार वर्ष 2020-21 में ग्राम पंचायत में किए गए विकास कार्यों एवं अभिलेखों के रखरखाव इत्यादि के आधार पर प्रदान किए गए हैं। पूर्व में वर्ष 2018 में भी ग्राम पंचायत विकास अधिकारी अंकुर जैन के कार्य क्षेत्र ग्राम पंचायत धारी पल्ली को भी राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। विकास कार्यों के साथ ही अभिलेखों का सही तरीके से रखरखाव करने पर यह पुरस्कार इस ग्रामसभा को मिला है। दूसरी ओर अन्य ग्राम सभाओं की बात करें तो देहरादून विकासनगर की केदार वाला ग्राम सभा को भी दो श्रेणियों में पुरस्कार मिला है। इसके अलावा हरिद्वार की औरंगाबाद, उत्तरकाशी की पुरोला, उत्तरकाशी मोरी की पेनसर, पौड़ी यमकेश्वर की कुथार, टिहरी गढ़वाल की प्रताप नगर ग्राम पंचायत को भी राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।