
देहरादून, ब्यूरो। विश्व प्रसिद्ध चार धाम क्षेत्र में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर बैन लग सकता है। इस संबंध में एक महत्वपूर्ण बयान आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में दिया। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि उत्तराखंड के पवित्र चारों धामों में गैर हिंदुओं के प्रवेश से पहले वेरीफिकेशन होगा। इस संबंध में कुछ समय पूर्व संतों ने मुख्यमंत्री से मांग की थी कि चारों धामों में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाई जाए। हालांकि रोक अभी नहीं लगी है, लेकिन वेरिफिकेशन के निर्देश जारी हो चुके हैं।
उत्तराखंड में एक ओर जहां रोहिंग्या मुसलमानों की घुसपैठ की खबर आ रही है वहीं, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में पत्रकारों को बताया कि चारधाम यात्रा के लिए आने वाले सभी गैर हिंदुओं का वैरीफिकेशन होगा। बिना वैध आईडी वाले लोगों को राज्य के चारधामों के साथ प्रदेश में भी प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड एक शांत पहाड़ी प्रदेश है। यहां असामाजिक तत्वों के लिए कोई जगह नहीं है।
दरअसल, कुछ समय पूर्व प्रदेश के संतों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की थी कि प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध चारों धामों में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाई जाए। हालांकि अभी गैर हिंदुओं का चारधाम क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध नहीं लगा है। सीएम धामी के अनुसार प्रदेश की धर्म-संस्कृति, मान्यताओं और परंपराओं को बचाना हमारा फर्ज है। दूसरे राज्यों या देशों से उत्तराखंड में आकर रहने वाले लोगों के सत्यापन के निर्देश भी अफसरों को दिए जा चुके हैं।
उत्तराखंड की शांत वादियों में गैर हिंदुओं की चुपके-चुपके घुसपैठ से कहीं न कहीं गंभीर चिंता का विषय है। कई इलाकों में गैर हिंदुओं ने अपने धर्म के स्थल बना दिए हैं। कई पहाड़ी जनपदों में इससे माहौल खराब होने की आशंका है। नैनीताल जिले में रोहिंग्या मुसलमानों की घुसपैठ की सूचना इस समस्या को और गंभीर बना रही है।