29 में से 16 आपराधिक मामलों का ही किया जिक्र, हाइकोर्ट ने विधायक उमेश को भेजा नोटिस

नैनीताल, ब्यूरो। उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद के खानपुर विधायक चुनकर आए पत्रकार उमेश कुमार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब हरिद्वार निवासी एक व्यक्ति ने उमेश कुमार के खिलाफ उत्तराखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि उमेश कुमार ने विधानसभा चुनाव के दौरान पेश किए गए शपथ पत्र में 29 में से सिर्फ 16 आपराधिक मामलों का जिक्र किया है। कई मामले गंभीर अपराधों की श्रेणी में आते हैं, जिन्हें उमेश कुमार की ओर से शपथ पत्र में नहीं दर्शाया गया। याचिकाकर्ता ने सभी मामलों की सूची कोर्ट में पेश की है। उसके बाद कोर्ट ने निर्दलीय विधायक उमेश कुमार को इस संबंध में नोटिस जारी किया है।
उत्तराखंड हाईकोर्ट नैनीताल ने चुनाव नामांकन के समय दिये गये शपथ पत्र में तथ्य छुपाने के मामले में चार सप्ताह के भीतर अपना पक्ष रखने को कहा है। हाईकोर्ट ने आज उमेश कुमार के निर्वाचन को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए यह नोटिस जारी किया है।
विधानसभा चुनावों के बाद खानपुर विधायक के निर्वाचन को लेकर हरिद्वार के देवली कलां लक्सर निवासी वीरेंद्र कुमार ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। याचिकाकर्ता ने उमेश कुमार पर नामांकन के समय दिए गये शपथ पत्र में कई तथ्य छुपाने का आरोप लगाये थे।
याचिकाकर्ता की याचिका में उमेश कुमार के खिलाफ कहा गया है कि उमेश कुमार के खिलाफ विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन 29 आपराधिक मामले हैं, जिसकी सूची याचिकाकर्ता ने होईकोर्ट को दी गई है। लेकिन उमेश शर्मा ने केवल 16 आपराधिक मामलों की ही सूची अपने शपथ पत्र के साथ निर्वाचन अधिकारी को सौंपी है। याचिकाकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि उमेश कुमार ने मुख्य अपराधों को इस शपथ पत्र में छुपाया है। साथ ही उमेश कुमार पर गंभीर आरोप भी लगाये गये हैं कि उनके द्वारा वोटरों को प्रभावित किया गया, जिसमें उन्होंने पुलिस के साथ मिलकर पैंसे बांटे थे। इस याचिका में उमेश कुमार के चुनावों को निरस्त करने की मांग भी की गई है। हाईकोर्ट में न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा की एकलपीठ ने विधायक उमेश कुमार को नोटिस जारी किया है और चार हफ्तों में अपना पक्ष रखने को कहा गया है।