यहां घर में घुसकर गुलदार ने किशोर पर किया हमला, परिजनों ने ऐसे बचाई जान..
ग्रामीणों में गुलदार के हमले को लेकर आक्रोश, जंगल की आग ने परेशानी को और बढ़़ाया
पौड़ी गढ़वाल, ब्यूरो। जंगल की आग के बाद इधर उधर भटक रहे आबादी की ओर रुख कर रहे हैं। ऐसे में उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में जंगली जानवरों का आतंक कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा है। ग्रामीण जंगली जानवरों के आतंक से आए दिन परेशान हैं। दूसरी ओर पूरे उत्तराखंड में जगह-जगह धू-धू कर जल रहे जंगल इस परेशानी को और बढ़ा रहा है। आदमखोर और खूंखार जंगली जानवर अब इंसानों के घरों में घुसकर तक हमला कर रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला पौड़ी में सामने आया है जहां एक किशोर को करीब दस बजे रात घर में घुसकर आदमखोर गुलदार ने बुरी तरह जख्मी कर दिया। साथ में शो रहे परिजनों ने शोर मचाया तब जाकर किशोर पर हमला कर रहा गुलदार मौके से भागा। किशोर को उपचार के लिए आनन-फानन में देर रात अस्पताल में भर्ती किया गया है।
ताजा मामला पौडी गढ़वाल के कोट विकासखण्ड का है। यहाँ बणेल्स्यूँ पट्टी के ग्राम छैतूड़ में बीती रात एक गुलदार ने घर पर घुसकर एक किशोर पर हमला कर दिया। गुलदार के हमले में किशोर बुरी तरह घायल हो गया। इस दौरान कमरे में सो रहे परिजनों के शोर मचाने पर गुलदार किशोर को घायल कर भाग खड़ा हुआ जिसके बाद आनन-फानन में युवक को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया।
अस्पताल में डॉक्टर फिलहाल किशोर का उपचार कर रहे हैं। इस पूरे मामले में अब ग्रामीणों का आक्रोश भी दिखाई दे रहा है। गांव के ग्रामीणों का कहना है कि गुलदार का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अब गुलदार उनके घरों के अंदर तक घुस कर उन पर हमला कर रहा है जिससे ग्रामीणों में एक डर का माहौल बना हुआ है।
बताते चलें कि ग्राम छैतूड़ में कल रात करीब 10 बजे गुलदार शिवचरण सिंह बिष्ट के घर के अंदर घुस गया और उनके बेटे साहिल पर हमला कर दिया। गनीमत रही कि कमरे में और भी परिजन सो रहे थे। जिनके शोर मचाने से गुलदार साहिल को जख्मी कर भाग गया। इसके बाद परिजन साहिल को जिला अस्पताल पौड़ी ले आए हैं। फिलहाल इस घटना से पूरे गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीण अब वन विभाग से इस गुलदार को पकड़ने या फिर गोली मारने के आदेश देने के लिए गुहार भी लगा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब गुलदार घर के अंदर घुस कर हमला कर रहा है। गांव में बच्चों का स्कूल और आम आदमी का चलना फिरना तक दुश्वार हो गया है। भयभीत ग्रामीणों का यह कहना भी है कि गुलदार आदमखोर है और अन्य लोगों को अपना शिकार बना सकता है। इसलिए जल्द से जल्द पिंजरा लगाकर गुलदार को पकड़ा जाए।
वहीं इस मामले में डीएफओ गढ़वाल मुकेश कुमार ने बताया कि वन विभाग की एक टीम को गांव में गश्त के लिए भेज दिया गया है और जो भी नियमानुसार कार्रवाई होगी उसे किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों गुलदार के हमले को लेकर आक्रोश है। वरिष्ठ अधिकारियों को इस संबंध में पत्राचार किया जा रहा है। जल्द ही आतंक मचा रहे गुलदार को पिंजड़ा लगाकर या फिर आदमखोर घोषित करने के बाद गोली मारने के आदेश के बारे में भी विचार किया जा रहा है।