प्लास्टिक के फूल बेचता था शातिर चेन स्नैचर, 4 अरेस्ट; 5 सोने की चेन और एक पेंडल बरामद
एक शातिर आरोपी की ससुराल है सहसपुर देहरादून में, जहां पुलिस नहीं रहती थी तैनात वहीं पर वारदातों को देते थे अंजाम
देहरादून, ब्यूरो। 28 अप्रैल 2022 को देहरादून शहर में विभिन्न जगहों पर हुई चेन स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम देने वाले वाले चार आरोपियों को उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की शामली पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन के बाद अरेस्ट कर लिया है। गिरफ्तार चारों आरोपियों से पांच चेन और एक पेंडल पीली धातु बरामद किया है। गौर करने वाली बात यह है कि इन चार स्नैचरों में एक शातिर की ससुराल दून के सहसपुर इलाके में ही है और वह प्लास्टिक के फूल बेचता था और देहरादून में ही रहता था। उसे पूरे शहर के चप्पे-चप्पे की पूरी जानकारी थी। ये लोग ऐसे इलाकों में चेन स्नैचिंग करते थे जहां पुलिस चौकी के साथ ही पुलिस तैनात नहीं रहती थी।
आज सोमवार 9 मई को एसएसपी देहरादून जन्मेजय खंडूड़ी ने प्रेस वार्ता कर बताया कि देहरादून पुलिस ने टीम गठित कर राज्य के बहार भेजी थी। इससे 2 दिन पहले जिसने इन चारों अभियुक्तों को शरण दी थी उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। कल इन चार आरोपियों को शामली से गिरफ्तार किया गया था। शामली पुलिस और उत्तराखंड पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने यह भी बताया कि इनमें से एक अभियुक्त यहीं देहरादून के सहसपुर में ही रहता है। वह प्लास्टिक के फूल बेचा करता था और उसकी ससुराल भी यहीं थी। जिससे उसे यहां की जगहों की अच्छी जानकारी थी। पूछताछ के बाद उन्होंने बताया कि उन्हें यहां की अच्छी जानकारी थी और उनके द्वारा उन जगहों पर घटना को अंजाम दिया जाता था जहां पर पुलिस तैनात नहीं रहती थी।
एसएसपी खंडूड़ी ने कहा कि भारत एक गणराज्य है और यहां पर किसी की आवाजाही पर कोई रोक टोक नहीं है। यहां जम्मू कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और राजस्थान से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक कोई भी व्यक्ति कहीं भी मूव कर सकता है। इस दौरान अगर कहीं भी कोई क्राइम होता है तो वहां की पुलिस की जिम्मेदारी होती है कि जहां पर क्राइम हुआ है उसका सपोर्ट किया जाए। हमारा कॉन्स्टिट्यूशन पूरे भारत के लिए एक है। पूरा आईपीसीसी सिमिलर है और सीआरपीसी के प्रावधान भी यह कहते हैं कि कोई अगर एक क्षेत्र से क्राइम कर दूसरे क्षेत्र में जाता है तो उस क्षेत्र की पुलिस को क्राइम होने वाली जगह की पुलिस की मदद करे। इस मामले में शामली पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने में हमारी मदद की है। साथ ही एसएसपी देहरादून ने आरोपियों पर ₹25000 इनाम घोषित किया था। उन्होंने कहा है टीम को ₹25000 का इनाम देने के साथ ही सम्मानित भी किया जाएगा। जो मोबाइल ऑपरेटर थे उन्हें भी कुछ इनाम दिया जाएगा।