आंगनबाड़ी बहनों को भी मिलेगा उत्तराखंड बाल विकास विभाग की इन अहम योजनाओं का लाभ
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की मंत्री रेखा आर्या ने ली बैठक
- मंत्री रेखा आर्या ने विभागीय सचिव को दिए निर्देश कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्तीयों की समस्या का जिले स्तर पर ही हो निस्तारण
- जिला स्तर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी नही करते आंगनबाड़ी कार्यकर्तीयों की समस्याओं का निराकरण तो सचिव को दिए ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश
- भवनों के बकाया भुगतान में आ रही तकनीकी दिक्कतों को जल्द कर दिया जाए दूर-रेखा आर्या
देहरादून, ब्यूरो। यमुना कॉलोनी स्थित शासकीय आवास पर मंत्री रेखा आर्या ने महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में मंत्री ने महिला सशक्तिकरण विभाग से संबंधित विभिन्न विषयों के ऊपर अधिकारियों के साथ चर्चा की।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के संबंध में मंत्री ने बैठक में कहा कि नंदा गौरा योजना और मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना का लाभ अब आंगनबाड़ी बहनों को भी मिलेगा। मंत्री रेखा आर्या ने बैठक के दौरान संबंधित अधिकारियों को कहा कि प्रस्ताव तत्काल कैबिनेट में लाया जाये। वहीं बैठक में हर साल 08 अगस्त को दिए जाने वाले वीरांगना तीलू रौतेली और आंगनवाड़ी सम्मान पुरुस्कार के बारे में भी चर्चा हुई। जो राज्य में उत्कृष्ट व साहसी कार्य करने वाली महिलाओं और आंगनवाड़ी कार्यकार्तिओ को दिया जाता है, मंत्री महोदया ने विभागीय अधिकारियों को वीरांगना तीलू रौतेली व आंगनबाड़ी सम्मान पुरुस्कार को लेकर एक हफ्ते में विज्ञप्ति जारी करने के निर्देश दिए। इस दौरान मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने किराये के भवनों में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों के बारे में विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि भवनों के बकाया भुगतान में आ रही तकनीकी दिक्कतों को जल्द से जल्द दूर कर ऐसे सभी भवनों का भुगतान कर दिया जाए। इस दौरान बैठक में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के सचिव श्री हरि चंद्र सेमवाल जी,उपनिदेशक श्री एस.के. सिंह जी,डीपीओ श्री विक्रम सिंह जी,जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अखिलेश मिश्रा जी मौजूद रहे ।
“बालिका के साथ अब बालक को भी मिलेगा महालक्ष्मी योजना का लाभ”