DM हो तो ऐसा: बस में सवार होकर जनता दरबार पहुंचे साहब, इन अफसरों को भी बस में बिठाकर लाए

DM हो तो ऐसा: बस में सवार होकर जनता दरबार पहुंचे साहब, इन अफसरों को भी बस में बिठाकर लाए
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा सरकारी फिजूलखर्ची पर लगाम लगाने की नई पहल
रुद्रप्रयाग, ब्यूरो। हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी में सरकारी व्यय पर अंकुश लगाने के लिये मुख्य सचिव और सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए थे। इसे रोकने की अनोखी शुरुआत आज जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने की है। DM रुद्रप्रयाग मयूर दीक्षित स्वयं बस में सवार होकर जिले के मनसूना में आयोजित जनता दरबार में पहुंचे तो हर कोई चौंक गया। यही नहीं डीएम के साथ तीन दर्जन से ज्यादा अफसर भी मौजूद थे। स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी की इस पहल की प्रसंशा की जा रही है।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की इस यह कार्यशैली जनता को काफी प्रभावित कर रही है। एक ओर जनता के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार तो वहीं दूसरी ओर जन समस्याओं के निराकरण के लिए डीएम लगातार प्रयास कर रहे हैं। गुरुवार को डीएम मयूर दीक्षित ने ऐसी पहल शुरू की जो प्रदेशभर के लिए प्ररेणास्रोत बनी है। मनसूना में होने वाले सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम में डीएम ने बस की व्यवस्था कराई और अफसरों के साथ स्वयं बस में सवार होकर मनसूना पहुंचे।
सरकारी फिलूखर्चे पर अंकुश लगाने के साथ ही बिना वजह बड़ी संख्या में सरकारी वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की पहल सराहनीय है। सुबह कलक्ट्रेट से जब डीएम मनसूना कार्यक्रम के लिए प्रस्थान करने लगे तो, कलक्ट्रेट परिसर में बस देखकर सभी हैरान हो गए। पहले डीएम स्वयं बस में सवार हुए और बाद में एक एक कर सभी अफसर बस में बैठे। करीब 3 दर्जन से अधिक अफसरों के साथ डीएम मनूसना पहुंचे। इस तरह की अनोखी पहल पहली बार देखने को मिली। जिससे जनता, अधिकारी, जनप्रतिनिधि और समाज के बुद्धिजीवी वर्ग में खुशी है। उन्होंने कहा कि यह जिलाधिकारी की अलग सोच है जिसके दूरगामी परिणाम सामने आएंगे। जहां अक्सर जिले के शीर्ष अफसरों को मंहगी और आलीशान गाड़ियों में बैठने का शोक रहता है वहीं जिलाधिकारी की यह पहल समाज में अलग संदेश देगी।