राजकीय इंटर कॉलेज डोभालवाला में गुरु शिष्य के बीच बढ़ती दूरी पर हुआ ये बौद्धिक मंथन
भारतीय शिक्षण मंडल द्वारा विद्यालय में गुरु की महिमा पर बौद्धिक किया गया
देहरादून, ब्यूरो। देहरादून के राजकीय इंटर कॉलेज डोभालवाला में भारतीय शिक्षण मंडल, उत्तराखंड प्रांत के तत्वावधान में गुरु पूर्णिमा के शुभअवसर पर चल रहे कार्यक्रम के अंतर्गत गुरुशिष्य के बीच बढ़ती दूरी को कम करने के लिए बौद्धिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
सर्वप्रथम मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया, वरिष्ठ अध्यापक अर्जुन सिंह नेगी द्वारा अतिथियों को मंच पूर्ति करने हेतु स्थान ग्रहण कराया गया, जिसमें विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य दुष्यंत कुमार, कार्यक्रम के मुख्यवक्ता संदीप कुमार गौतम, भारतीय शिक्षण मंडल उत्तराखंड प्रांत के विस्तारक अक्षुण गायकवाड, समाजसेवी स्वामी एस. चंद्रा तथा अर्जुन सिंह नेगी, मनमोहन बहुगुणा द्वारा किया गया, तत्पश्चात अतिथि सत्कार के उपरांत सुमित महंत द्वारा ध्येय वाक्य प्रस्तुत किया गया।
वहीं, गोविंद सिंह गुसाईं द्वारा गणगीत दोहराया गया, मुख्य वक्ता के रूप में तुलाज के असिस्टेंट प्रोफेसर संदीप गौतम ने छात्र छात्राओं को गुरु की महिमा का वर्णन कर गुरु के कार्यों को समझाते हुए उसका ज्ञान कराया, आक्षुण गायकवाड द्वारा कार्यक्रम आयोजन करने तथा भारतीय शिक्षण मंडल के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम का संचालन करते हुए स्वामी एस चंद्रा ने गुरु शिष्य के बीच नमस्कार करने की पद्धति पर अभ्यास कराते हुए समझाया।
देवऋषि चौहान के कल्याण मंत्र के पश्चात कार्यक्रम संपन्न किया गया, समापन से पूर्व विद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक शिवप्रसाद ड्यूडी ने सभी का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया, इस अवसर पर मंडल के अंशुल घई विद्यालय के सर्वश्री जितेंद्र कुमार सुश्री सुनीता सकलानी श्रीमती कविता बहुगुणा श्रीमती हेमलता रावत, मनमोहन बहुगुणा, त्रिभुवन सिंह नेगी, आनंद सिंह खत्री वीरेंद्र कुमार उपाध्याय लोकानंद जोशी, श्रीमती मनीषा जैन, श्रीमती जानवी भट्ट, श्रीमती मनीषा त्रिपाठी, प्रेमचंद सुंद्रियाल, श्रीमती पुष्पा सजवान, हीरा सिंह भंडारी, श्रीमती बीना देवी आदि अध्यापकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे, स्वामी जी द्वारा मंडल की और से चिपको आंदोलन की प्रेरणाश्रोत गौरा देवी का चित्र एवं फल का पौधा भेंट किया गया. कार्यक्रम में घोषणा की गई कि बारहवीं कक्षा के बच्चों के लिए भविष्य की चिंतन करते हुए उनका मार्गदर्शन भी मंडल द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम संयोजक स्वामी एस चंद्रा ने बताया की उत्तराखंड प्रांत के अधिकतर विद्यालयों में गुरु की महिमा का वर्णन किया जा रहा है, यह एक माह तक लगातार विभिन्न विद्यालयों में किया जाएगा।