Big News: भगवानपुर में एक और नकली दवा फैक्ट्री का भंडाफोड़, नींद में ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट?
Big News: भगवानपुर में एक और नकली दवा फैक्ट्री का भंडाफोड़, नींद में ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट?
देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में लगातार नकली दवाइयों की फैक्ट्रियां मिल रही हैं। पिछले महीने एसटीएफ ने हरिद्वार के भगवानपुर के साथ ही सहारनपुर इलाके में नकली दवाइयों की फैक्ट्रियां पकड़ी थी। अब एक बार फिर एसटीएफ ने नकली दवाइयों को बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। एक ओर जहां ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट इन नकली दवा कंपनी कंपनियों पर लगाम नहीं लगा पा रही है, वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स इन पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। सवाल यह उठता है कि आखिर औषधि नियंत्रण/ ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट आखिर क्यों नहीं इन पर सख्त कार्रवाई करता है? हालांकि ड्रग इंस्पेक्टर समेत ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट समय-समय पर नकली दवाई बनाने वाले अपराधियों पर कार्रवाई करता रहा है। फिर भी यह ये शातिर ड्रग माफिया और अपराधी अपने काले कारनामों से बाज नहीं आ रहे हैं।
उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के एसपी अजय सिंह ने बताया कि पिछले महीने नकली दावा कंपनियों के खिलाफ कारवाई की थी। कोरोना काल में भी नकली दवा बनाकर आम जनमानस के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले अभियुक्तों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की गई थी। वहीं एक दिन पहले एसटीएफ टीम को सूचना मिली कि रायपुर भगवानपुर जनपद हरिद्वार क्षेत्र में एक दवा कंपनी में गैर कानूनी रूप से दवाई बनाई जा रही है तथा उनकी सप्लाई की जा रही है। इस सूचना पर कार्यवाही करते हुए एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स टीम द्वारा उक्त दवा कंपनी एम. एस. रेमेडीज में रेड की गई रेड की कार्रवाई के उपरांत जब उक्त कंपनी के मालिक से कंपनी में हो रही दवाओं के निर्माण के संबंध में अनुमति व कागजात मांगे तो कंपनी मालिक द्वारा कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए। इस पर एसटीएफ टीम द्वारा ड्रग इंस्पेक्टर को मौके पर बुलाया गया तथा प्रारंभिक जांच के बाद फैक्ट्री को देर रात सील किया गया है।
उसके उपरांत फैक्ट्री के गोदाम जिसमें लाखों रुपए की कीमत की दवाइयां रखी हुई थी को भी चेक किया गया और गोदाम को भी प्राथमिक जांच के बाद सील किया गया। ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा फैक्ट्री व गोदाम में रखी दवाइयों की गुणवत्ता चेक करने के लिए उनके सैंपल भी लिए गए जो जांच हेतु फॉरेंसिक लैब भेज जायेंगे। आम नागरिकों के स्वास्थ्य हित को देखते हुए समस्त कार्यवाही की गई है,सैंपल जांच के उपरांत पुलिस और ड्रग्स डिपार्टमेंट द्वारा विधिक कार्यवाही की जाएगी।