गुरुओं के सम्मान से मिलती है शिष्यों को अच्छी शिक्षा- स्वामी
गुरुओं के सम्मान से मिलती है शिष्यों को अच्छी शिक्षा- स्वामी
देहरादून, ब्यूरो। भारतीय शिक्षण मंडल उत्तराखंड प्रांत के तत्वावधान में श्री गुरु नानक बालक इंटर कॉलेज, देहरादून में गुरु शिष्य परंपरा और नैतिक शिक्षा के विषय को लेकर बौद्धिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता की तस्वीर पर पुष्प अर्पित के साथ हुआ। प्रार्थना प्रमुख श्री गोविन्द गुसाईं ने देश हमे देता है सब कुछ, हम भी कुछ देना सिखें….गणगीत छात्रों के साथ प्रस्तुत कराया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता एवं भारतीय शिक्षण मंडल, उत्तराखण्ड प्रांत के पदाधिकारी स्वामी एस. चन्द्रा जी ने छात्रों को गुरु व शिष्य के मध्य स्थापित होने वाले उच्च आदर्श से अवगत कराया। उन्होने बताया कि जो अज्ञान रूपी अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए उसे गुरु कहते हैं, पहला गुरु माता जो लालन पालन करती है, दूसरा गुरु पिता जो हर कदम सुरक्षा का भाव पैदा कर पालता है और तीसरा गुरु जो भविष्य का निर्माण करता है शिक्षक, उन्होंने बताया गुरु का स्थान सबसे ऊपर आता है उन्होंने ” गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा । गुरु साक्षात् परम् ब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नमः।।” पढ़कर सुनाया। इसके बाद श्लोक का अर्थ समझाते हुए चरण वन्दन करने की विधि को विस्तार पूर्वक समझाया, साथ ही सुचित किया कि गुरु पूजन कार्यक्रम के अंतर्गत भारतीय शिक्षण मंडल पूरे भारतवर्ष के विभिन्न विद्यालयों में आयोजित किया जा रहा है। इसी प्रकार उत्तराखण्ड प्रांत में भी किया जा रहा है, तत्पश्चात कार्यक्रम का संचालन करते हुए भायुमो के करणपुर मंडल अध्यक्ष – आदित्य नय्यर ने संस्कार और अनुशासन का संदेश दिया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष विद्यालय के प्रधानाचार्य अवतार सिंह चावला को उपहार स्वरूप चिपकों आंदोलन की प्रेरणाश्रोत गौरादेवी जी का चित्र एवं पौधा भेंट किया। अध्यापिका हरप्रीत कौर ने सभी का आभार करते हुए धन्यवाद प्रेषित किया, तत्पश्चात ॐ मंत्र के साथ कार्यक्रम संपन्न किया। इस अवसर पर भारतीय शिक्षण मंडल के प्रांत के पदाधिकारी एवं विद्यालय के अध्यापकगण सर्वश्री सुरेन्द्र सिंह सोलंकी, नीलम चढढा, कल्पना बंसल, रविन्द्र सिंह जस्सल, शुभम बिष्ट सहित काफी संख्या में स्टाफ उपस्थित रहे।