UKSSSC पेपर लीक में अरेस्ट होने के बाद BJP ने त्रिवेंद्र के खासमखास हाकम को पार्टी से निकाला
UKSSSC पेपर लीक में अरेस्ट होने के बाद BJP ने त्रिवेंद्र के खासमखास हाकम को पार्टी से निकाला
देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड भाजपा ने उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग (UKSSSC) परीक्षा पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी के रूप में एसटीएफ की गिरफ्त में आए जिला पंचायत सदस्य जखोल उत्तरकाशी हाकम सिंह रावत को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। एक दिन पहले ही हिमाचल उत्तरकाशी बॉर्डर पर थाईलैंड से वापस लौटे पुलिस की गिरफ्त से हिमाचल की तरफ भाग रहे जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत को सूचना मिलने के बाद नाकेबंदी कर हिरासत में ले लिया था। उसके बाद आज देहरादून उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग कि दिसंबर 2021 में आयोजित हुई परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने पुख्ता सबूतों के बाद हाकम सिंह रावत को गिरफ्तार कर लिया।
भाजपा ने भी मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए भाजपा के सदस्य रहे हाकम सिंह रावत को तत्काल प्रभाव से पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। कहीं ना कहीं हाकम सिंह रावत का नाम कई दिनों से भर्ती परीक्षा के मास्टरमाइंड के तौर पर मीडिया से लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में चर्चाओं का विषय बना हुआ था वही देखा जाए तो त्रिवेंद्र सिंह रावत अगर वर्तमान में मुख्यमंत्री रहते तो शायद ही उत्तराखंड पुलिस और एसटीएफ हाकम सिंह रावत पर हाथ डाल पाती क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद से ही जितनी भी भर्ती परीक्षाएं हुई है कहीं ना कहीं हाकम सिंह ने सेटिंग गेटिंग और पैसे लेकर कई लोगों की अलग-अलग पदों पर सरकारी नौकरी लगाई। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खासमखास हाकम सिंह रावत की अब उत्तराखंड एसटीएफ खूब खातिरदारी कर रही है। हो सकता है कुछ दिन बाद हाकम के राजनीतिक और सचिवालय में तैनात तमाम अफसरों तक भी जांच की आंच पहुंचे। देखना होगा कि एसटीएफ इस मामले में अब क्या नया खुलासा करेगी। वहीं पार्टी से निष्कासन को लेकर त्तराखंड भाजपा के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर उन्हे 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खासम खास रहे हाकम सिंह रावत वर पर भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने के गंभीर आरोप लगे हैं। उत्तराखंड एसटीएफ के अनुसार हाकम सिंह रावत ने पूछताछ में बताया कि यूपी के धामपुर में किराए पर लिए एक मकान में कई युवाओं को परीक्षा का पेपर लीक करवाया था। देहरादून से आरोपी कुछ युवकों को धामपुर ले गया था और परीक्षा से पहले पूरा पेपर सॉल्व करवा दिया। इससे पहले भी एक भर्ती परीक्षा में हाकम सिंह रावत का नाम सामने आया था लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री और हाकम सिंह के करीबी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मामले को FR लगा कर रखा दफा कर दिया।