Uttarakhand Secretariat की इस भर्ती का पेपर छपने से पहले ऐसे हुआ था Leak
2019 में परीक्षा के पेपर लीक में जेल में सजा काट रहे 6 नकल माफिया पर केस
देहरादून, ब्यूरो। Uttarakhand Secretariat में हुई भर्ती का पेपर भी लीक किया गया था। UKSSSC की एक और भर्ती परीक्षा लीक मामले का भी STF खुलासा कर चुकी है। उत्तराखंड में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की 2019 में हुई स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक में जेल में सजा काट रहे छह आरोपियों ने UKSSSC के इस Exam से पहले उत्तराखंड सचिवालय (Uttarakhand Secretariat) रक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक कर 10-10 लाख रुपये में बेचा था। Uttarakhand Secretariat रक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले का भी खुलासा हो चुका। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नकल माफिया ने कैसे बेरोजगारों के सपनों पर कुठाराघात किया है। Uttarakhand Secretariat रक्षक भर्ती परीक्षा के साथ ही कई भर्तियों में जेल में बंद 6 नकल माफिया पर और नकेल कसी जा रही है। PCR रिमांड पर लेकर STF आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
Uttarakhand Secretariat भर्ती का पेपर छपने से पहले ऐसे हुआ था लीक
UKSSSC की इस भर्ती परीक्षा का पेपर लखनऊ की प्रिंटिंग प्रेस में छपने से पहले ही पेन ड्राइव से कंप्यूटर आपरेटर ने लेकर दूसरे प्रिंटिंग प्रेस कर्मी को दिया था। इसके बाद यह पेपर उत्तराखंड के चार अन्य आरोपियों ने 10-10 लाख रुपये में खरीद कर कई लोगों को लीक कर सॉल्व करवाया था। STF ने इस मामले की जांच भी अब शुरू करते हुए जेल में बंद सभी 6 आरोपियों पर विभिन्न धाराओं में और केस दर्ज कर लिए हैं।
एसटीएफ ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की ओर से करवाई गई सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा पेपर मामले का भी खुलासा कर दिया है। 2021 में 916 पदों के लिए पदों के लिए हुई स्नातक स्तरी भर्ती के पेपर लीक मामला सामने आने के बाद रोज कई खुलासे हो रहे हैं। एक दिन पहले GB पंतनगर यूनिवर्सिटी का एक रिटायर्ड एईओ (असिस्टेंट एस्टेब्लिसमेंट ऑफिसर) दिनेश चंद्र जोशी को भी गिरफ्तार किया है। अब तक इस भर्ती परीक्षा लीक मामले में 23 नकल माफिया जेल में डाले जा चुके हैं। इन्हीं नकल माफिया से अब कई और भर्तियों के पेपर लीक के भी खुलासे हो रहे हैं। इनमें से फॉरेस्ट गार्ड भर्ती और CJM कोर्ट में हुई भर्तियों की भी जांच STF कर रही है।
इसके साथ ही इस मामले में पूर्व में गिरफ्तार प्रसिद्ध लोकगायक गोपाल बाबू गोस्वामी के पुत्र और बागेश्वर में शिक्षक पद पर तैनात जगदीश गोस्वामी को निलंबित भी किया था। वहीं, अब पूर्व में अरेस्ट और जेल में सजा काट रहे छह नकल माफियाओं को एसटीएफ पुलिस कस्टड़ी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। इससे कई और नकल माफिया और नकल करने वाले अभ्यर्थियों के अरेस्ट होने की संभावना जताई जा रही है।
पूछताछ में खुलासा : ट्रायल के तौर पर किया ये पेपर लीक
नकल माफिया ने ट्रायल के तौर पर सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करवाया था। इस मामले में पूर्व में गिरफ्तार लखनऊ प्रिंटिंग प्रेस का कर्मचारी जयजीत, पीआरडी कर्मचारी मनोज जोशी, कनिष्ठ सहायक सितारगंज सीजेएम मनोज जोशी, चांदपुर बिजनौर निवासी कुलबीर सिंह, दीपक चैहान निवासी टिहरी गढ़वाल के खिलाफ एक और मुकदमा हो चुका है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि दस-दस लाख रुपए में यह पेपर बेचा गया था। लखनऊ प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर प्रदीप पाल ने छपने से पहले ही पेपर पेन ड्राइव में लेकर परीक्षा से 1 दिन पहले ही प्रिंटिंग प्रेस के दूसरे कर्मचारी जयजीत को सौंपा था।
पेन ड्राइव से परीक्षा से एक दिन पहले लीक हो गया था पेपर
प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारी ने जयजीत ने पीआरडी कर्मचारी मनोज जोशी निवासी सेरा पाटी जिला चंपावत को दिया। उसके बाद पेपर सितारगंज सीजेएम कोर्ट के कनिष्ठ सहायक मनोज जोशी को दिया। वहां से शादीपुर चांदपुर बिजनौर निवासी कुलबीर सिंह और दीपक चैहान निवासी टिहरी गढ़वाल को उपलब्ध करवाया। SSP STF अजय सिंह ने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ पूर्व में चल रहे मुकदमों के साथ ही सचिवालय रक्षक भर्ती पेपर लीक करवाने पर भी अन्य विभिन्न धाराओं में अलग से केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच के साथ ही आरोपियों पीसीआर पर लेकर और आरोपियों को भी सलाखों के पीछे डाला जाएगा।
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