Uttarakhand Vidhansabha bharti Scam: 228 तदर्थ नियुक्तियां रद्द, ऋतु के आवास की बढ़ाई सुरक्षा
राज्य बनने के बाद पहली महिला विस् अध्यक्ष बनी ऋतु में दिखा पूर्व CM और पिता भुवन चंद्र खंडूड़ी का कड़क रवैया
देहरादून, ब्यूरो। Uttarakhand Vidhansabha bharti Scam: उत्तराखंड विधानसभा में 2016 से 2021 तक हुई 228 तदर्थ नियुक्तियों को विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने रद्द कर दिया है। दरअसल, ये तदर्थ नियुक्तियां (Uttarakhand Vidhansabha bharti Scam) नियमों के विरुद्ध की गई थीं। दूसरी ओर नियुक्तियां रद्द होने पर विधानसभा कर्मचारियों ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण का घेराव किया।
इस दौरान विधानसभा से बड़ी मुश्किल से विधानसभा अध्यक्ष को विधानसभा से बाहर निकालकर उनके आवास पर भेजा गया। जिन कर्मचारियों की नियुक्तियां रद्द की गई उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष का घेराव किया और आंदोलन की चेतावनी दी।
वहीं, इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण के यमुना कॉलोनी स्तिथ आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। यहां पर महिला और पुरुष पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। हालांकि अभी तक आवास पर कोई हंगामे की सूचना नही आई है।
उत्तराखंड की पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने विस में बैकडोर से हुईं तदर्थ नियुक्तियों के मामले में कड़ा एक्शन लिया है। जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर वर्ष 2016 से हुई सभी तदर्थ नियुक्तियां निरस्त कर दी गई हैं जबकि वर्ष 2011 से पहले की भर्तियों को लेकर लीगल राय लेने की बात कही गई है। स्पीकर ने विधानसभा सचिव पर गंभीर आरोप लगने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया है।
उत्तराखंड में भर्तियों (Uttarakhand Vidhansabha bharti Scam) को लेकर गोलमाल सामने आया था। उत्तराखंड शासन के निर्देश पर समिति गठित की गई थी, जिसने विस्तृत जांच कर रिपोर्ट विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दी थी।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने आज दोपहर प्रेसवार्ता कर 2016 की 150, 2020 की 6 और 2021 में हुई सभी तदर्थ नियुक्तियों को रद्द कर दिया है। इस संबंध में शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल को सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने कहा कि 2011 से पहले की भर्तियां रेगुलर हो चुकी हैं। ऐसे में विधिक राय ली जाएगी।