कार्मिकों की छवि धूमिल करने वालों के विरोध में उतरे जल संस्थान डिविजन के इंजीनियर-कर्मचारी
कार्मिकों की छवि धूमिल करने वालों के विरोध में उतरे इस जल संस्थान डिविजन के इंजीनियर और कर्मचारी; हरिद्वार /देहरादून (अरुण कश्यप): उत्तराखंड जल संस्थान की देहरादून उत्तर डिविजन की अधिशासी अभियंता मोनिका वर्मा का बुधवार को बिना किसी कारण के हल्द्वानी ट्रांसफर कर दिया गया था,जिसे लेकर उत्तराखंड जल संस्थान मुख्यालय पर भी कई तरह के सवालिया निशान खड़े हो गए थे।
इसके बाद कर्मचारी यूनियन के प्रदेश सचिव रामपाल कंडारी द्वारा पत्र जारी कर शासन का आभार व्यक्त किया गया और कहा गया कि अधिशासी अभियंता मोनिका वर्मा अपने अध्यक्ष कर्मचारियों का शोषण किया करती थी।
उनके इस बयान का विरोध जताते हुए देहरादून की उत्तर डिवीजन के अभियंताओं और कर्मचारियों ने कहा कि हमारी ओर से किसी भी मीडिया संस्थान में कोई स्टेटमेंट नहीं दिया गया। यह स्टेटमेंट डिवीजन के बाहरी लोगों की करामात है जिसमें डिवीजन के किसी भी कर्मचारियों का कोई समर्थन नहीं है कुछ लोग झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाकर डिवीजन की अधिशासी अभियंता मोनिका वर्मा को बदनाम करना चाहते हैं ,क्योंकि मोनिका वर्मा ने अब तक उनके किसी अवैध कार्यों को स्वीकृति नहीं दी ,दिए गए पत्र में उन्होंने बताया कि मोनिका वर्मा कुशल व्यवहारिक ,इमानदार छवि और सदैव प्रगतिशील रहने वाली अधिशासी अभियंता है। उनके दिशा निर्देशों के उपरांत उनकी उत्तर डिवीजन ने इस बार प्रदेश भर में सबसे ज्यादा राजस्व की वसूली की है, जो अपने आप में बड़ा रिकॉर्ड है, हम इस तरह अधिशासी अभियंता को बदनाम करने वालों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और डिवीजन के सभी कर्मचारी की ओर से शीघ्र ही इस मामले कोर्ट का रुख अपनाया जायेगा।
पत्र देने वालों में इंजीनियर बीएस नेगी, विनीत रावत अभय भंडारी नवीन कुमार रोबिन सैनी मोनिका बिष्ट गरिमा शर्मा प्रथम चंद्र रमोला अनिल वैद्य नंदन लाल जोशी रेनू शर्मा गुड्डी प्रियंका राजेश कुमार आदि डिवीजन के समस्त कर्मचारी और अभियंता शामिल रहे।