चम्पावत By Election: मतदान केंद्रों पर उमड़े मतदाता, वोटिंग अभी भी जारी

चम्पावत/देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के लिए खाली की गई विधानसभा चम्पावत के उपचुनाव की आज वोटिंग चल रही है। मतदान केंद्रों पर काफी भीड़ दिनभर रही है और अभी भी मतदान जारी है। शाम चार बजे तक 55 प्रतिशत से अधिक मतदान हो चुका था। बता दें कि खटीमा से चुनाव हारने के बाद भी प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाए गए पुष्कर सिंह धामी के लिए यह सीट चम्पावत विधायक कैलाश चंद्र गहतोड़ी ने खाली की थी। इस साल 15 फरवरी को मतदान के 106 दिन बाद फिर से आज 31 मई को चंपावत में दूसरी बार विधानसभा सदस्य के चुनाव हो रहे हैं।
मतदान के उत्साह के संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री और चम्पावत से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बनी है। चम्पावत के लोग इस बार विधायक की बजाय मुख्यमंत्री का चुनाव कर रहे हैं। चम्पावत में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। वहीं, इस उपचुनाव के संबंध में पूर्व सीएम हरीश रावत का कहना है कि संघर्षों से तपी निर्मला गहतोड़ी को मैदान में उतार पार्टी ने महिलाओं को सम्मान दिया है। महिला प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी सीएम पुष्कर सिंह धामी को कड़ी टक्कर दे रही हैं। बता दें कि आज चल रही चंपावत विधानसभा उपचुनाव की दोपहर तीन बजे तक 51.05 प्रतिशत वोटिंग हो चुकी थी। शाम चार बजे तक 55 प्रतिशत से अधिक मतदान हो चुका था। पूर्वाह्न 11 बजे तक 33.96 फीसदी वोटिंग हुई थी। बता दें कि आज सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ और मतदान के शुरुआती दो घंटे में 18 प्रतिशत वोट पड़े थे। बूथों पर मतदान के लिए लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है।
31 मई को चम्पावत एक नया इतिहास लिखने जा रहा है। उत्तराखंड राज्य गठन के बाद अब तक सीएम के विधानसभा सदस्य बनाने के लिए हो रहे उपचुनाव में यहां के मतदाता धामी की जीत के लिए पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के रिकार्ड को तोड़ने के मूड में है। जिसको देखते हुए भाजपा जीत का अंतर पांच से पचास हजार करने का लक्ष्य साधने के लिए जुटी हुई है। परिस्थितियों को देखकर लग रहा है कि कांग्रेस को जमानत बचाना ही जीतने जैसा होगा। उत्तराखंड राज्य गठन के बाद सीएम के पांचवे उपचुनाव को लेकर मतदाताओं में गजब का उत्साह बना है।
फरवरी 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा की 47 सीटें आने के बाद भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी खटीमा से चुनाव नहीं जीत पाए। बाबजूद इसके हाई कमान ने उन्हें दुबारा सीएम बना दिया। इसके लिए उन्हें विधायक बनना जरुरी था तो चम्पावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी के अनुरोध और क्षेत्रीय जनता की भावनाओं को भांपते हुए धामी ने चम्पावत से चुनाव लडने की सहमति दे दी और गहतोड़ी के इस्तीफा देने के बाद यह उपचुनाव हो रहा है।
31 मई को यहाँ के 151 बूथों में चुनाव होना है। 96213 मतदाताओं वाली इस विधानसभा में चुनाव संपन्न कराने के लिए सभी पोलिंग पार्टियां बूथों पर पहुँच गयी है।
इस चुनाव की सबसे खास बात यह है कि जहाँ भाजपा सीएम धामी के नामांकन के बाद पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में है। उनके प्रदेश, जिला और अनुसांगिक संगठन और मंत्रीमंडल के साथ ही तमाम विधायक और राष्ट्रीय संगठन दिन रात जुटा है। कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भाजपा का पट्टा पहना कर कांग्रेस की हालत और पतली कर दी है।
जबकि कांग्रेस ने उपचुनाव को लेकर यहाँ मात्र औपचारिकता निभाई है। महिला नेत्री निर्मला गहतोड़ी को उम्मीदवार बनाकर शुरुआत में ही उसने जैसे वाक ओवर दे दिया । रही सही कसर प्रदेश संगठन ने पूरी कर दी। पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष करन माहारा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य यहां चुनाव प्रचार में महज रस्म अदायगी तक ही आए। जिससे बचे खुचे कांग्रेसियो का मनोबल भी टूट गया। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए यह साफ है कि कांग्रेस यदि जमानत भी बचा ले तो वह जीतने के ही बराबर होगा।
फरवरी 2022 में हुए चुनाव में यहां भाजपा के कैलाश गहतोड़ी 32547 वोट लाकर जीते थे और कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल को 27243 वोट मिले थे।
चंपावत विधानसभा का सबसे बड़ा बूथ कुलेठी में मतदाताओं की भीड़। विधानसभा में सबसे बड़ा बूथ है कुलेठी, जिसमें सबसे अधिक 1237 मतदाता हैं। जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने दिव्यांग मटदाओं को किया स्वागत। कुलेठी मतदान केंद्र का जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने किया निरक्षण। मतदान प्रक्रिया लगातार जारी।