आपदा प्रबंधन पर मुख्यमंत्री धामी की सख़्त हिदायतें, ग्राउंड ज़ीरो पर तैनात रहें DM, दिए ये निर्देश

वर्षा जनित आपदा प्रबंधन पर मुख्यमंत्री धामी की सख़्त हिदायतें, ग्राउंड ज़ीरो पर तैनात रहें DM, दिए ये निर्देश
देहरादून, 4 अगस्त, ब्यूरो। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और राज्यभर में हो रही लगातार वर्षा के दृष्टिगत महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि वे पूरी टीम के साथ ग्राउंड ज़ीरो पर मौजूद रहें और किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों के बाधित होने, पेयजल या विद्युत आपूर्ति में व्यवधान तथा ग्रामीण संपर्क मार्गों के टूटने की स्थिति में शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। जलभराव और भूस्खलन से निपटने हेतु सभी आवश्यक तैयारियां पूर्व से सुनिश्चित करने को भी कहा गया।
फर्जी दस्तावेज़ पर कड़ी कार्रवाई, अतिक्रमण पर सख्ती
मुख्यमंत्री धामी ने फर्जी दस्तावेज़ों—जैसे राशन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, आयुष्मान कार्ड आदि—बनाने और उनका उपयोग करने वालों पर सख्त रुख अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की अनियमितताओं में संलिप्त व्यक्तियों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। साथ ही, जिलों में नियमित रूप से अतिक्रमण हटाने और ‘ऑपरेशन कालनेमी’ के अंतर्गत आस्था की आड़ में जनता को गुमराह करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया।
सरकारी अस्पतालों की गुणवत्ता पर मुख्यमंत्री की विशेष निगाह
बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर विशेष जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को शासकीय अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण में दवाओं की उपलब्धता, चिकित्सकों की उपस्थिति, उपकरणों की स्थिति और स्वच्छता जैसे पहलू शामिल रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वे स्वयं भी समय-समय पर अस्पतालों का औचक निरीक्षण करेंगे ताकि व्यवस्था की वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन हो सके।
अवसंरचना कार्यों में तेजी और गुणवत्ता की निगरानी
वर्षा के बाद अवसंरचना विकास कार्यों में तेजी लाने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने सड़कों, पुलों, नालियों एवं अन्य निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की नियमित समीक्षा भी जिलाधिकारियों द्वारा की जानी चाहिए।
स्वदेशी को प्राथमिकता और आत्मनिर्भरता पर जोर
मुख्यमंत्री ने सभी सरकारी कार्यालयों में स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। साथ ही, आमजन को ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में प्रोत्साहित करने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने को कहा गया।
पंचायत चुनाव की सफलता पर अधिकारियों को बधाई
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव प्रक्रिया के शांतिपूर्ण एवं लोकतांत्रिक ढंग से सम्पन्न होने पर राज्य निर्वाचन आयोग, प्रशासनिक अधिकारियों, कर्मचारियों और सुरक्षा बलों को धन्यवाद दिया। उन्होंने इसे सभी की कर्तव्यनिष्ठा और प्रतिबद्धता का परिणाम बताया।
बैठक में प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु, श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव श्री शैलेश बगोली, श्री विनय शंकर पांडेय, एडीजी श्री ए.पी. अंशुमन, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, अपर सचिव श्री बंशीधर तिवारी, कुमाऊँ आयुक्त श्री दीपक रावत सहित सभी जिलाधिकारी वर्चुअल रूप से उपस्थित रहे।





