धराली के लिए आपदा मद से जारी हुए 20 करोड रुपए, इतने पुलिस अधिकारी और कंपनी सहित पुलिस के जवान रवाना

उत्तरकाशी आपदा राहत कार्य के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों एवं विशेष पुलिस बलों की त्वरित तैनाती
- दो आईजी, तीन एसपी, एक कमांडेंट, 11 डिप्टी एसपी सहित 300 पुलिस कर्मी रवाना, आपदा मद से जारी हुए 20 करोड रुपए
देहरादून, ब्यूरो। उत्तरकाशी जनपद के धरlली में कल दिन में हुए दर्दनाक भूस्खलन और बादल फटने के बाद कई जिंदगियां काल के गाल में असमय समा गई कई लोगों को बचाया गया है जिनका उपचार किया जा रहा है। वहीं, उत्तराखंड शासन ने आपदा मध्य से 20 करोड रुपए उत्तरकाशी की इस आपदा के लिए जारी कर दिए हैं इसके साथ ही तमाम अधिकारियों और पुलिस कर्मियों की ड्यूटी उत्तर का सीजन पद में लगाई गई है। उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए राहत एवं बचाव कार्यों के प्रभावी संचालन के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों एवं विशेष पुलिस बलों की तत्काल तैनाती की गई है।
*भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी पुलिस महानिरीक्षक SDRF अरुण मोहन जोशी, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र, श्री राजीव स्वरूप, श्री प्रदीप कुमार राय, अमित श्रीवास्तव (प्रथम) एवं सुरजीत सिंह पंवार, श्वेता चौबे, 1 डिप्टी कमांडेंट तथा 11 डिप्टी एसपी* को तत्काल उत्तरकाशी भेजा गया है, जो राहत एवं समन्वय कार्यों का नेतृत्व करेंगे।
20 crores released from disaster fund for Dharali, so many police officers and 300 soldiers including the company left
साथ ही आपदा प्रबंधन को और अधिक सशक्त बनाने हेतु *”सेनानायक IRB द्वितीय श्वेता चौबे के नेतृत्व में 40वीं वाहिनी पीएसी के विशेष आपदा राहत दल (ई कंपनी) तथा आईआरबी द्वितीय, देहरादून* की सी कंपनी के *140 जवानों* को भी उत्तरकाशी रवाना किया गया है।
इसके अतिरिक्त, *देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी एवं टिहरी जनपदों से कुल 160 पुलिसकर्मियों (निरीक्षक से आरक्षी स्तर तक) को आवश्यक आपदा राहत उपकरणों के साथ प्रभावित क्षेत्र में भेजा गया है,* जिससे स्थानीय प्रशासन को तेजी से सहयोग प्रदान किया जा सके।
इन त्वरित, समन्वित और सुदृढ़ प्रयासों का उद्देश्य आपदा प्रभावित क्षेत्र में जनहानि को न्यूनतम करते हुए राहत, बचाव और पुनर्वास कार्यों को शीघ्रता एवं प्रभावशीलता के साथ संपन्न कराना है।
*यह प्रयास है कि हर प्रभावित व्यक्ति तक शीघ्र सहायता पहुंचे। पुलिस बल को 24×7 अनवरत रूप से राहत एवं बचाव कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।”*