मदकोट- बोना मोटर मार्ग की जांच को डीएम से मिले, ब्रिडकुल पर अनियमितता बरतने का आरोप
Madkot-Bona motorway investigation met with the DM, Bridkul accused of irregularities

मदकोट- बोना मोटर मार्ग की जांच को डीएम से मिले, ब्रिडकुल पर अनियमितता बरतने का आरोप
- 115 किमी दूर जिला मुख्यालय आकर बताई व्यथा
- डीएम ने कहा खुद आऊंगा सड़क को देखने
पिथौरागढ़, ब्यूरो। 115 किलोमीटर दूर पहुंचकर शनिवार को मदकोट- बोना मोटर मार्ग में की गई अनियमितताओं की जांच की मांग को लेकर जिलाधिकारी आशीष कुमार भटगांई से मुलाकात की। 23 करोड़ रुपए की लागत से हो रहे निर्माण कार्य की जिला स्तरीय टेक्निकल कमेटी से समयबद्ध जांच की मांग की।जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि इस मोटर मार्ग में हो रहे कार्यों को अपनी आंखों से देखेंगे।
इस मोटर मार्ग के निर्माण में गंभीर अनियमिताएं की जा रही है। शिकायत के बाद भी कार्यदायी संस्था ब्रिडकुल चुप्पी साधे हुए है।
मदकोट-बोना तक बने मोटर मार्ग की लंबाई 23 किलोमीटर है। इस मोटर मार्ग में अपग्रेशन का कार्य पीएमजीएसवाई ब्रिडकुल द्वारा किया जा रहा है।
एक वर्ष के भीतर मोटर मार्ग में निर्माण कार्यों में हुए अनियमिताओं लेकर स्थानीय जनता समय-समय पर जांच की मांग कर रही है, लेकिन कार्यदायी संस्था के साथ-साथ शासन प्रशासन की ओर से कोई उचित कार्रवाई नहीं किए जाने से जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
इस मोटर मार्ग से लाभान्वित होने वाले ग्राम पंचायत वल्थी, तोमिक, बोना के ग्रामीणों ने शनिवार को निर्वतमान जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया के नेतृत्व में जिलाधिकारी से मुलाकात की।
मुलाकात में बताया कि मोटर मार्ग में सड़क के किनारे की मिट्टी को निकाल कर सीमेंट में मिलाकर कार्य किया गया है। सुरक्षा के लिए बने दीवारों तथा कोजवे के निर्माण में भी मानक की धज्जियां उडाई गई है। सड़क के किनारे बने दीवारो भी गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया है। क्रेशर के गिट्टी की जगह कमजोर पत्थरों की प्रयोग किया गया है। कोजवे में जाल बिछाने में सरिया का भी कम इस्तेमाल किया गया है। मोटर मार्ग में लगाया गया हॉट मिक्स भी उखड गया है।
सड़क के किनारे नालियां भी नहीं बनाई गई है। पानी की निकासी नहीं होने से सड़क में जगह-जगह पर तालाब बन जाता है। जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि इस मोटर मार्ग किए गए अनियमिताओं को देखने के लिए वें स्वंय धरातल जाएंगे।
इस अवसर पर सीमांत बरपटिया/ जैठरा जनजाति उत्थान समिति की अध्यक्ष सुशीला बोथियाल, सामाजिक कार्यकर्ती पूजा दानू, अतुल सिंह परिहार, दिनेश सिंह फर्स्वाण आदि उपस्थित रहे।






