पुलिस की बस की बात नहीं तो सीबीआई के लिए भेजें प्रस्ताव, सुदूर नाचनी और मदकोट में निकाला कैंडिल मार्च | Pahad Plus
Breaking Newsउत्तर प्रदेशउत्तराखंडदेश-विदेश
Trending

पुलिस की बस की बात नहीं तो सीबीआई के लिए भेजें प्रस्ताव, सुदूर नाचनी और मदकोट में निकाला कैंडिल मार्च

पुलिस की बस की बात नहीं तो सीबीआई के लिए भेजें प्रस्ताव: नाचनी तथा मदकोट में निकाला गया कैंडिल मार्च

  • बसंती, प्रदीप के हत्यारों की गिरफ्तारी को लगे नारे 
  • समिति ने पुलिस की जांच पर उठाए सवाल

नाचनी/ पिथौरागढ़, ब्यूरो। बोरागांव की बसंती देवी शाही तथा पातो के प्रदीप सिंह दरियाल हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुक्रवार को यहां कैंडिल मार्च निकाला गया। तल्ला जोहार के कौने कौने से पहुंचे लोगों ने पुलिस की कछुआ गति से चल रही जांच पर सवाल उठाए। कहा कि उत्तराखंड पुलिस की बस की बात अपराधियों को गिरफ्तार कर पाने में अक्षम है तो दोनों हत्याकांडों की सीबीआई जांच के लिए जिला प्रशासन राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजे। पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई।

मुनस्यारी बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले यहां जमा हुए क्षेत्र वासियों ने दोनों दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। दो मिनट का मौन रखकर श्रध्दांजलि दी। कैंडिल मार्च टोल टैक्स से शुरु होकर गांधी जी की प्रतिमा तक जाकर विर्सजन किया गया। कैंडिल मार्च में शामिल क्षेत्र वासी तथा जनप्रतिनिधि पुलिस के ढीलेपन से खासे नाराज दिखे। कहा कि पहाड़ में फेरी तथा लेबर्स के नाम पर कौन अपराधी घुस रहा है, उस पर ना पुलिस कुछ करती है ना ही प्रशासन। हमेशा शांतिप्रिय इन पहाड़ों में वृद्धजन तथा अकेली महिलाएं रहती है। इन घटनाओं के बाद इन सभी का जीवन भी संकट की श्रेणी में आ गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में नशे के लगातार बढ़ रहे प्रचलन को भी अपराधों की जननी बताया गया।

समिति के संयोजक तथा निर्वतमान जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि मुनस्यारी तथा धारचूला विकास खंडों में इस तरह के हत्याकांडों होना भविष्य के लिए अच्छे संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस को जिस तत्परता के साथ कार्य करना चाहिए वह नजर नहीं आ रहा है। पुलिस में जगन्य हत्याकांडों को सामान्य रूप से देख रहा है, जो उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि समिति ने पुलिस को 9 नवंबर तक का समय दिया है। उसके बाद सीमांत के एक-एक गांव में उग्र आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस के बस की बात नहीं है, तो वह सीबीआई जांच के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेज दे। उन्होंने बताया कि अगले सप्ताह इस मामले को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री से देहरादून में मुलाकात की जानी है। सभा में जिला पंचायत सदस्य दीपक चुफाल ने कहा कि फेरी वालों तथा लेबर्स की सीमांत के गांव गांव में घुसपैठ बढ़ गई है। गांवों में आज सिगंल महिलाए तथा वृद्धजन ही ही बचे हुए है। इनकी सुरक्षा के लिए सरकार को नवीन नियमावली बनानी चाहिए।

सभा को व्यापार उद्योग मंडल के अध्यक्ष ललित सिंह कोश्यारी, क्षेत्र प्रमुख डां कविता महर, पूर्व प्रमुख कुंदन सिंह बथियाल, विधायक प्रतिनिधि जगत सिंह महर, भगवती प्रसाद पाठक, भवान सिंह मेहरा, हेमा चुफाल, कुंती देवी, पुष्पा गिरी, ममता पाठक, पूजा बथियाल,ललित सिंह बथियाल, खड्क सिंह राठौर आदि ने संबोधित किया। संचालन उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष ललित सिंह कोश्यारी ने किया।

मदकोट में शांतिपूर्ण कैण्डल मार्च के साथ प्रदीप को श्रद्धांजलि दी

मदकोट। प्रदीप दरियाल की संदिग्ध मौत की जांच की मांग को लेकर मदकोट के सामाजिक सांस्कृतिक संगठन एवं प्रदीप के गांव रालम, पातों सहित क्षेत्रवासियों ने मदकोट में शांतिपूर्ण कैण्डल मार्च के साथ प्रदीप को श्रद्धांजलि दी।

जल्द न्याय मिलने की मांग की। नहीं तो सभी संगठनों ने जनप्रतनिधियों ने उग्र आंदोलन की धमकी दी। भवान दरियाल और नरेश कर्तवाल के आह्वान पर निकाले गए कैंडिल मार्च के समर्थन में क्षेत्र पंचायत सदस्य गंगोत्री रावत, प्रधान मदकोट संजू धामी, सामाजिक कार्यकर्ता अनिल भट्ट सहित सैकड़ो की संख्या में महिला,पुरुष तथा नौजवानों ने कैंडिल मार्च में शिरकत की।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button