हर्षिल घाटी में युद्धस्तर पर राहत और बचाव अभियान जारी, अभी तक इतने लोगों को किया गया रेस्क्यू
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से की जा रही नियमित मॉनीटरिंग

- हर्षिल घाटी में युद्धस्तर पर राहत और बचाव अभियान जारी, अभी तक इतने लोगों को किया गया रेस्क्यू
9 अगस्त को प्रातः 11 बजे तक 202 लोगों को निकाला अभी तक 931 लोगों को किया गया है रेस्क्यू
- राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से की जा रही नियमित मॉनीटरिंग
- यूकाडा के हेलीकॉप्टर रेस्क्यू अभियान में निभा रहे बड़ी भूमिका
देहरादून, ब्यूरो। हर्षिल में रुके लोगों को निकालने के लिए शनिवार सुबह से ही यूकाडा तथा सेना के हेलीकॉप्टरों का रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर जारी है। सुबह 11 बजे तक हर्षिल से कुल 95 लोगों को मातली तथा 107 लोगों को चिन्यालीसौड लाया गया है। जिला प्रशासन द्वारा लोगों को मातली तथा चिन्यालीसौड से उनके गंतव्य के लिए रवाना किए जाने के भी प्रबंध किए गए हैं।
शासन के वरिष्ठ अधिकारी विभिन्न स्थानों में राहत और बचाव कार्यों की मॉनीटरिंग करते हुए उन्हें संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन रेस्क्यू अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
राहत और बचाव दलों द्वारा जो भी सहयोग की अपेक्षा की जा रही है, राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से विभिन्न एजेंसियों से समन्वय स्थापित कर अपेक्षित सहयोग प्रदान किया जा रहा है। सहस्त्रधारा हेलीपैड, जौलीग्रांट एयरपोर्ट, मातली, हर्षिल तथा चिन्यालीसौड़ में तैनात शासन तथा जिला प्रशासन के अधिकारी पल-पल की अपडेट राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र को भेज रहे हैं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी तथा संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद ओबेदुल्लाह अंसारी, यूएसडीएमए के विशेषज्ञ मौजूद हैं।
8 अगस्त तक रेस्क्यू किए गए यात्रियों का विवरण
8 अगस्त 2025 तक गंगोत्री से हर्षिल तथा हर्षिल से जैलीग्रांट, हर्षिल से मातली एवं हर्षिल से चिन्यालीसौड़ तक कुल 729 लोगों का रेस्क्यू किया गया है।
गंगोत्री, भैरवघाटी, नेलांग तथा आसपास के क्षेत्रों से कुल 274 लोगों को हर्षिल लाया गया था। इनमें से अधिकांश लोगों को जौलीग्रांट, मातली तथा चिन्यालीसौड़ लाया गया है। हर्षिल में अभी भी लगभग 100 लोग रुके हैं, जिन्हें जॉलीग्रांट तथा चिन्यालीसौड़ लाए जाने की कार्यवाही गतिमान है।