दो दिन में देवभूमि हिमाचल के 4 शक्तिपीठों का चढ़ावा 56 लाख से पार
शिमला, हिमाचल प्रदेश: लंबे समय बाद कोरोना से मिली राहत के बाद इस बार नवरात्र में खूब रौनक देखने को मिल रही है। देवभूमि हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों पर श्रद्धालु जमकर धन बरसा रहे हैं। दो दिन में ही हिमाचल प्रदेश के 4 शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं ने 56 लाख से अधिक का चढ़ावा चढ़ाया है। आपको बता दें कि शक्तिपीठ चिंतपूर्णी, नयनादेवी, बजे्रश्वरी देवी, ज्वालाजी में शारदीय नवरात्र मेलों में दो दिनों में चढ़ावा 56 लाख के पार पहुंच चुका है। इन दो दिनों में ही श्रद्धालुओं ने माताओं के सिद्धपीठों पर 56 लाख 49 हजार 162 रुपए का नकद चढ़ावा चढ़ाया है। दूसरी ओर देवभूमि के के शक्तिपीठों में दो दिनों में 66 ग्राम 700 मिली सोना और पांच किलो 881 ग्राम चांदी श्रद्धालुओं ने दान किए हैं।
प्रदेश में तीसरे नवरात्र के दिन शनिवार को 59800 श्रद्धालुओं ने माताओं के चरणों में शीष नवाया। चिंतपूर्णी मंदिर में दो दिनों में श्रद्धालुओं ने 14 लाख 74 हजार 425 रुपए नकद चढ़ावा मां के चरणों में अर्पित किया है। उपायुक्त राघव शर्मा ने बताया कि मंदिर में दो नवरात्र में श्रद्धालुओं ने 20 ग्राम सोना और एक किलो 143 ग्राम चांदी चढ़ाई। उन्होंने बताया कि शनिवार को 12 हजार श्रद्धालुओं ने मइया के चरणों में शीष नवाया।
बजे्रश्वरी देवी मंदिर में 15 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। मंदिर अधिकारी दलजीत शर्मा ने बताया कि दो नवरात्र में श्रद्धालुओं पांच लाख दो हजार रुपए का नकद चढ़ावा मां के चरणों में चढ़ाया। इसके अलावा तीन ग्राम सोना और 546 ग्राम चांदी मइया के चरणों में चढ़ाई है। वहीं, ज्वालाजी मंदिर में शनिवार को 15 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका।
दूसरी ओर नयनादेवी मंदिर में 15 हजार श्रद्धालुओं ने एक ही दिन माथा टेका। मंदिर अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि मंदिर में दो दिनों में 22 लाख 78 हजार 399 रुपए का नकद चढ़ावा प्राप्त हुआ है। इसके अलावा दो दिनों में 36 ग्राम 500 मिली सोना और तीन किलो 148 ग्राम चांदी चढ़ाई। ज्वाला जी मंदिर में दो दिनों में 13 लाख 94 हजार 339 रुपए का नकद चढ़ावा प्राप्त हुआ है। एसडीएम धनवीर ठाकुर ने बताया कि श्रद्धालुओं ने मंदिर में सात ग्राम 200 मिली मिली सोना और एक किलो 12 ग्राम चांदी चढ़ाई है। वहीं चामुंडा देवी मंदिर में शनिवार को 2800 श्रद्धालुओं में मइया के चरणों में शीष नवाया। नवरात्र में लोग जमकर मांताओं के पीठ पर चढ़ावा चढ़ा रहे हैं।