हरिद्वार: जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय ने मुख्य डाकघर, निकट थाना कोतवाली हरिद्वार पहुंचकर नगर निगम हरिद्वार द्वारा लागू की जा रही ट्रैफिक् व्यवस्था का हरी झण्डी दिखाकर शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर बोलते हुये जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद हरिद्वार की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत एक बार में पाँच-पाँच आॅटो अथवा ई रिक्शा आदि को हरकीपौड़ी आदि स्थानों के लिये रवाना किया जाएगा, जिसके लिये टोकन एवं प्रीपेड़ व्यवस्था लागू की जाएगी, जिससे टैªफिक व्यवस्था नियंत्रित होने की सम्भावना है।
जिलाधिकारी ने बताया कि ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए नगर आयुक्त हरिद्वार के साथ विचार-विमर्श किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि जल्द हम जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक करने वाले हैं, जिसम,ें समिति के सभी सदस्य, संबंधित विभाग प्रतिभाग करेंगे तथा बैठक में जनप्रतिनिधियों एवं वाहन एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। बैठक में आम सहमति से प्रत्येक रूट पर चलने वाले आॅटो, ई रिक्शा आदि की संख्या निर्धारित की जाएगी। प्रत्येक रूट पर चलने वाले आॅटो, ई रिक्शा आदि का कलर रूट अनुसार अलग-अलग निर्धारित किया जाएगा, जिससे वह वाहन अपने रूट पर ही चले, दूसरे रूट पर न जाए।
श्री विनय शंकर पाण्डेय ने बताया कि हमारे द्वारा पूरे शहर की टैªफिक व्यवस्था का सर्वे कराया गया है। पूरे शहर में 28 टैªफिक लाइट की आवश्यकता है, अभी सिर्फ चार लाइटें हैं, जल्द ही टैªफिक लाइटें लगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि आॅटोमेटेड तरीके से टैªफिक कंट्रोल किया जाएगा, जिसके लिए विभिन्न स्थानों पर कैमरे लगाये जाएंगे। टैªफिक नियम तोड़ने वालों को रोका नहीं जाएगा, बल्कि सीधे चालन कर, उनके घर पर प्रेषित किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि अगले एक से डेढ़ माह के अंदर यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हरिद्वार अंतर्राष्ट्रीय स्तर का शहर है, इसी के अनुरूप इसकी गरिमा बनी रहनी चाहिए तथा स्थानीय एवं बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं/यात्रियों को टैªफिक व्यवस्था संबंधी किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके अनुरूप कार्ययोजना बनायी जा रही है।
इस अवसर पर मेयर श्रीमती अनिता शर्मा, नगर आयुक्त नगर निगम, श्री दयानन्द सरस्वती, पार्षद श्री विनीत जौली, श्री अनिरूद्ध भाटी, श्री संजय चैपड़ा, श्री संजीव नैय्यर, श्री सचिन झा, श्री विशाल गोस्वामी आदि उपस्थित थे।