नैनीताल, उत्तराखंड: लंबे इंतजार के बाद आखिरकार भीमताल विधानसभा के वर्तमान निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा शुक्रवार को दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए हैं।
कभी कांग्रेस के नेता कहे जाने वाले राम सिंह कैड़ा को जब 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा टिकट नहीं दिया गया तो वह निर्दलीय ही चुनाव लड़े और जीत दर्ज कर भीमताल विधानसभा के विधायक बने जिसके बाद लगभग अपने कार्यकाल को पूरा करने के बाद आखिरकार उन्होंने 2022 विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले भाजपा का दामन थाम लिया है।
उनके भाजपा में शामिल होते ही 2022 विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे वरिष्ठ भाजपा नेता गोविंद सिंह बिष्ट व मनोज साह की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। आपको बता दें कि पहले भी एक बार उनके भाजपा में शामिल होने की खबरों के बाद भीमताल विधानसभा में भाजपा कार्यकर्ताओं में काफी निराशा देखने को मिली थी पर कार्यकर्ताओं ने इसका जमकर विरोध भी किया था।
अब देखने वाली बात यह है कि क्या भीमताल विधानसभा में भाजपा कार्यकर्ता राम सिंह कैड़ा को स्वीकार करेंगे या नहीं।
वहीं एक बार फिर से विधानसभा में भाजपा कार्यकर्ताओं में गुटबाजी होने की आशंका जताई जा रही है और इसका खामियाजा शायद राम सिंह कैड़ा व भाजपा दोनों को ही भुगतना पड़ सकता है। और इसका फायदा कांग्रेस उम्मीदवार दान सिंह भंडारी तथा निर्दलीय उम्मीदवार लाखन सिंह नेगी को मिल सकता है।
बता दें कि 2017 में जहां भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए उस समय के विधायक दान सिंह भंडारी को कांग्रेस ने टिकट दिया और कांग्रेस से टिकट नही मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़े राम सिंह कैड़ा ने कांग्रेस उम्मीदवार दान सिंह भंडारी को पराजित कर दिया था। वही इस बार वर्तमान विधायक राम सिंह कैड़ा का भाजपा में शामिल होना फिर निर्दलीय लाखन नेगी के लिए फायदेमंद साबित ना हो जाए।
आपको बता दें कि कैड़ा वर्ष 2003 में नाई-ढोलीगांव से जिला पंचायत सदस्य और 2008 में भुमका से क्षेत्र पंचायत सदस्य रहे। कैड़ा कांग्रेस में प्रदेश महामंत्री, प्रदेश संगठन मंत्री और प्रदेश सचिव के पदों पर भी रहे। और 2017 विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय ही चुनाव मैदान में कूद गए और जीत दर्ज कर ली।